लोक टुडे न्यूज नेटवर्क
जयपुर। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा है कि राजस्थान हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस एमएम श्रीवास्तव द्वारा गरीबों के जमानत राशि न भर पाने के कारण जमानत मिलने के बाद भी जेल में बन्द रहने पर व्यक्त किए गए भाव संवेदनशील एवं स्वागत योग्य हैं। गहलोत ने कहा कि यह सभी को समान मानकर न्याय देने के प्रति उनकी प्रतिबद्धता व्यक्त करता है।
इंडिया जस्टिस रिपोर्ट और नालसा सुप्रीम कोर्ट की रिपोर्ट के मुताबिक देशभर की जेलों में 24 हजार से ज्यादा ऐसे कैदी मौजूद हैं जो बॉन्ड राशि जमा न करवा पाने के कारण जमानत मिलने के बाद भी जेल में बंद हैं।
यह बेहद ही गंभीर विषय है कि अदालत से जमानत मिलने के बाद भी गरीबों को आर्थिक कमी के कारण जेल में रहना पड़ता है। इस पर ज्यूडिशियरी और सरकार को मिलकर रास्ता निकालना चाहिए जिससे सजा पूरी होने के बाद भी गरीब को आर्थिक कारणों से अतिरिक्त सजा न काटनी पड़े।