लोक टुडे न्यूज नेटवर्क
राजेंद्र शर्मा जति की रिपोर्ट
भरतपुर। राजस्थान के भरतपुर में बयाना के पीलूपुरा में अप्रत्याशित रूप से महापंचायत समाप्त होने के बाद गुर्जर समाज के लोगों ने मुंबई-दिल्ली रेल मार्ग पर ट्रेन को रोका। ट्रैक पर मौजूद प्रदर्शनकारियों ने कहा कि हम विजय बैंसला की बात को नहीं मानते। जब तक हमारी मांगों को नहीं माना जाएगा, ट्रेन को नहीं जाने देंगे। गुर्जर समाज ने आरक्षण महापंचायत की समाप्ति की घोषणा से नाराज़ होकर पास में रेलवे ट्रैक पर पहुंच कर कब्जा जमाया। मथुरा गंगापुर ट्रेन को रोक दिया।
भीड़ विजय सिंह बैंसला के नियंत्रण से बाहर
खुद विजय सिंह बैंसला को भी इस बात का एहसास नहीं था कि गुर्जर समाज के लोग इस तरह से रेलवे ट्रैक पर जाम लगा देंगे। यहां तक की जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन भी इस बात से बेफिक्र था की गुर्जर समाज के लोग पहले ही दिन रेलवे ट्रैक पर पहुंच जाएंगे । उन्हें अंदाजा था कि आज की बात सामान्य बातचीत से ही निपट जाएगी।
ऐसे में उन्होंने सुरक्षा के कोई इंतजामत नहीं किए। सबसे खास बात है कि पूर्व में जब-जब भी रेलवे ट्रैक जाम किए गए, या रेलवे ट्रैक उखाड़े गए, तब तब जो भी रेलवे ट्रैक उखाड़ने के दोषी लोग थे, उनको बरी कर दिया गया। उनके खिलाफ किसी तरह कार्यवाही नहीं की गई। इससे लोगों का उत्साह कई गुना बढ़ गया। उन्हें लगता है कि उनका कुछ नहीं बिगड़ेगा ,जबकि रेलवे ट्रैक रोकना, रेलवे ट्रैक पर कब्जा जमाना, राष्ट्रीय संपत्ति को नुकसान पहुंचाना यह सभी बातें गैर जमानती धाराओं में मुकदमा दर्ज होते हैं। अभी जो युवा यहां ट्रैक पर बैठे हैं ,उन्हें पता है कि उनका कुछ नहीं बिगड़ने वाला, इसलिए उन्होंने रेल रोक दी। वे विजय सिंह बैसला की बात सुनने को कतई तैयार नहीं है। ऐसे में सरकार की ओर से वार्ता का प्रस्ताव जब तक रेलवे ट्रैक पर नहीं जाएगा तब तक रेलवे ट्रैक को खाली करना थोड़ा मुश्किल लग रहा है। हालांकि प्रशासन इसी कोशिश में जुटा है, विजय सिंह भी लोगों को मनाने में जुटे हैं। फिलहाल तो रेलवे मार्ग जाम होने से रेलवे सवार फंसे हुए यात्री परेशान हो रहे हैं।