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लोक टुडे न्युज़ नेटवर्क
पपीता एक उष्णकटिबंधीय (tropical) फल है जो पूरे वर्ष आसानी से उपलब्ध रहता है। यह स्वाद में मीठा, मुलायम और अत्यंत पौष्टिक होता है। पपीते को “एंजाइम्स का खजाना” कहा जाता है क्योंकि इसमें पाचन को बेहतर बनाने वाले एंजाइम पेपेन (Papain) और काइमोपेपेन (Chymopapain) पाए जाते हैं। यह फल न केवल शरीर को स्वस्थ रखता है, बल्कि त्वचा, बाल और प्रतिरोधक क्षमता (immunity) के लिए भी वरदान है।
पपीते में पाए जाने वाले प्रमुख पोषक तत्व और विटामिन तत्व मात्रा / लाभ
विटामिन A आंखों की रोशनी बढ़ाता है, त्वचा को स्वस्थ रखता है।
विटामिन C इम्युनिटी को मजबूत करता है, एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करता है
विटामिन E त्वचा की झुर्रियां कम करता है और बालों को मजबूत बनाता है
विटामिन B कॉम्प्लेक्स ऊर्जा बढ़ाता है और नर्वस सिस्टम को ठीक रखता है
फाइबर (रेशा) पाचन में मदद करता है और कब्ज से राहत देता है
कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम हड्डियों और हृदय के लिए लाभदायक
पेपेन एंजाइम प्रोटीन को पचाने में मदद करता है।
पपीता खाने के मुख्य फायदे
1. पाचन शक्ति बढ़ाए – पपीते में मौजूद पेपेन एंजाइम भोजन को जल्दी और अच्छे से पचाने में मदद करता है।
2. त्वचा को निखार दे – इसमें मौजूद विटामिन A, C और E त्वचा की गहराई से सफाई करते हैं, जिससे ग्लो बढ़ता है।
3. इम्युनिटी बूस्टर – रोजाना पपीता खाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
4. दिल की सेहत के लिए फायदेमंद – इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं।
5. वजन कम करने में मददगार – पपीते में कैलोरी कम और फाइबर ज्यादा होता है, जिससे पेट भरा रहता है और वजन नियंत्रित रहता है।
6. कब्ज और गैस से राहत – यह आंतों को साफ करता है और पाचन को दुरुस्त रखता है।
7. मासिक धर्म में राहत – कुछ महिलाओं के लिए कच्चा पपीता हार्मोनल बैलेंस में सुधार करता है।
8. त्वचा और बालों की खूबसूरती के लिए उपयोगी – पपीते का फेस पैक झाइयां, दाग-धब्बे और रूखी त्वचा दूर करता है।
पपीता खाने में सावधानियां
1. गर्भवती महिलाओं को कच्चा पपीता नहीं खाना चाहिए – इसमें लेक्सटिक एंजाइम्स होते हैं जो गर्भाशय संकुचन (uterine contraction) बढ़ा सकते हैं।
2. एलर्जी वाले लोगों के लिए सावधानी – कुछ लोगों को पपीते से एलर्जी या खुजली हो सकती है।
3. अत्यधिक सेवन से दस्त या पेट दर्द हो सकता है – दिन में आधा या एक कटोरी पपीता पर्याप्त है।
क्या डायबिटीज (मधुमेह) मरीज पपीता खा सकते हैं?
हाँ, डायबिटीज पेशेंट पपीता खा सकते हैं, क्योंकि इसमें शुगर की मात्रा बहुत कम और फाइबर अधिक होता है। यह ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में मदद करता है।
हालांकि,
इसे सीमित मात्रा में ही खाएं (लगभग 100–150 ग्राम प्रतिदिन)।
ज्यादा पका हुआ पपीता न लें, उसमें शुगर थोड़ी अधिक होती है।
निष्कर्ष
पपीता एक ऐसा फल है जो स्वादिष्ट होने के साथ-साथ औषधीय गुणों से भरपूर है। यह शरीर की अंदरूनी सफाई से लेकर त्वचा की बाहरी सुंदरता तक लाभ देता है। लेकिन याद रखें, किसी भी चीज़ की अत्यधिक मात्रा हानिकारक हो सकती है।
स्वस्थ जीवन के लिए रोज़ सुबह खाली पेट एक कटोरी पपीता खाना बेहद लाभदायक है।
स्रोत: आयुर्वेदिक ग्रंथ, नेशनल न्यूट्रिशन डेटा (भारत सरकार)
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