लोक टुडे न्यूज नेटवर्क
जयपुर ।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि “शिक्षक ज्ञान के वाहक हैं, जो राष्ट्र के भविष्य का निर्माण करते हैं।” उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के शिक्षक भारत को ज्ञान, संस्कृति, मूल्य और चरित्र में अग्रणी बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
मुख्यमंत्री रविवार को जामडोली स्थित केशव विद्यापीठ, जयपुर में आयोजित अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ (ABRSM) के 9वें अधिवेशन के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे।
सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और चारित्रिक मूल्यों पर जोर
शर्मा ने कहा कि महासंघ ने समाज में सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की अलख जगाने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि यह संगठन राष्ट्रीयता और भारतीय दर्शन की भावना से ओतप्रोत होकर प्री-प्राइमरी से विश्वविद्यालय स्तर तक शिक्षा के क्षेत्र में कार्य कर रहा है।
“महासंघ राष्ट्रभक्ति और चारित्रिक मूल्यों का संचार करते हुए संस्कारवान युवाओं का निर्माण कर रहा है,” मुख्यमंत्री ने कहा।
शिक्षा में पारदर्शिता और रोजगार के नए अवसर
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार ने परीक्षा प्रणाली में पारदर्शिता स्थापित की है।
“पूर्व सरकार के समय पेपरलीक ही सुर्खियों में थे, जबकि हमारी सरकार युवाओं को रोजगार देने में पारदर्शी और प्रतिबद्ध है,” उन्होंने कहा।
उन्होंने बताया कि सरकार 5 वर्षों में 4 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देने के लक्ष्य पर कार्य कर रही है, जिनमें से अब तक 91 हजार नियुक्तियां हो चुकी हैं।
वंचितों के लिए शिक्षा में राहत
मुख्यमंत्री ने कहा कि लघु, सीमांत, बटाईदार किसानों और खेतिहर श्रमिकों के बच्चों के लिए राजकीय महाविद्यालयों में शुल्क पूर्णतः माफ किया गया है।
यह निर्णय समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। साथ ही, छात्रवृत्तियां और विशेष प्रावधान भी किए गए हैं।
भाषायी विद्यालयों की स्थापना — युवाओं को विदेश में रोजगार के अवसर
शर्मा ने घोषणा की कि राज्य सरकार अब भाषायी विद्यालय प्रारम्भ करने जा रही है, ताकि प्रदेश के युवाओं को विदेशों में रोजगार के अवसर मिल सकें।
इसके अंतर्गत विदेशी भाषाओं की परीक्षाएं राजस्थान में ही आयोजित होंगी।
उन्होंने बताया कि अब तक 10 लाख 51 हजार साइकिलें और 88,724 टैबलेट (इंटरनेट सहित) विद्यार्थियों को निःशुल्क वितरित किए जा चुके हैं।
उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री ने किया महासंघ के कार्यों की सराहना
उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने कहा कि महासंघ से जुड़े शिक्षक “राष्ट्र निर्माण के कार्य में समर्पित होकर कार्य कर रहे हैं।”
उन्होंने बताया कि तकनीकी शिक्षा विभाग पॉलिटेक्निक कॉलेजों को आधुनिक बनाने की दिशा में तेजी से कार्य कर रहा है।
स्कूली शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राजस्थान ने शिक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक प्रगति की है।
“राजस्थान अब शिक्षा रैंकिंग में 11वें स्थान से बढ़कर तीसरे स्थान पर पहुंच गया है,” उन्होंने कहा।
महासंघ: शिक्षा, समाज और राष्ट्र के लिए समर्पित
महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. नारायण लाल गुप्ता ने कहा कि संगठन केवल शिक्षक हितों तक सीमित नहीं, बल्कि शिक्षा, समाज और राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभा रहा है। 
स्मारिका एवं पुस्तिकाओं का विमोचन
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने ‘शिक्षक – राष्ट्र के लिए’ स्मारिका, कैलेण्डर, एवं ‘शैक्षिक मंथन विकसित भारत–2047’ पुस्तिका का विमोचन किया।
इस अवसर पर आरएसएस क्षेत्र प्रचारक निम्बाराम, सुनील भाई मेहता, प्रो. गीता भट्ट, प्रो. मनोज कुमार बहरवाल, रमेश चंद पुष्करणा, तथा बड़ी संख्या में शिक्षक और कुलपति उपस्थित रहे।



















































