नई दिल्ली। तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए भयावह हेलीकॉप्टर हादसे में एकमात्र जीवित बचे कैप्टन वरुण सिंह 8 दिन बाद जिंदगी की जंग हार गए। हवाई सेना ने बताया कि सीडीएस बिपिन सिंह रावत के साथ 13 लोगों की मौत हुई थी और एकमात्र जीवित बचे वरुण का इलाज चल रहा था ।डॉक्टर के भरसक प्रयास के बावजूद भी उन्हें नहीं बचाया जा सका। आज उनकी मृत्यु हो गई। वरुण की मौत की खबर सुनते ही देवरिया के कन्हौली गांव में भी सन्नाटा पसर गया है । यहां परिवार के साथ साथ गांव में मासूम छा गई ।बताया जा रहा कि उनकी सलामती के लिए स्थानीय लोग रोजाना मंदिरों में प्रार्थना ही कर रहे थे और दुआ मांग रहे थे । कल उनका भव देवरिया ले जाएगा जहां सैन्य सम्मान से उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
वरुण का परिवार भी है सेना में
कैप्टन वरुण का परिवार भी जल ,थल और न तीनों सेनाओं से जुड़ा हुआ है । कैप्टन वरुण सिंह इंडियन एयरफोर्स आईएएफ में थे। उनके पिता रिटायर्ड कर्नल के पी सिंह आर्मी एयर डिफेंस में थे। के पी सिंह के दूसरे बेटे और ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के छोटे भाई लेफ्टिनेंट कमांडर तनु सिंह इंडियन नेवी में है और उनका परिवार इन दिनों भोपाल में रहता है।
कांग्रेस नेता अखिलेश सिंह के भतीजे है वरुण सिंह
कैप्टन वरुण प्रताप सिंह रुद्रपुर से कांग्रेस के पूर्व विधायक और प्रवक्ता अखिलेश सिंह के भतीजे भी है। पूरा परिवार सेना को समर्पित है और राजनीति में भी अपना अच्छा दबदबा रखता है वरूण सिंह के निधन से उनके पूरे गांव में शोक की लहर है।