लोक टुडे न्यूज़ नेटवर्क
जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में महिला, युवा, मजदूर और किसान के कल्याण की दिशा में उठाए गए महत्वपूर्ण कदमों से अंत्योदय का सपना तेजी से साकार हो रहा है। शिक्षा, चिकित्सा और सामाजिक कल्याण के क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण सेवाओं की उपलब्धता ने गांव-ढाणी और कस्बों में अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक राहत पहुँचाने का कार्य किया है।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के मार्गदर्शन में प्रदेश ‘निरामय राजस्थान’ की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना के तहत वंचित और जरूरतमंद वर्ग को कैशलेस उपचार उपलब्ध कराया जा रहा है। योजना में कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के लिए 73 डे केयर पैकेज, शिशुओं के लिए 419 पैडियाट्रिक्स पैकेज और 8 लाख वरिष्ठ नागरिकों के लिए उपचार की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। इसके अलावा मा वाउचर योजना के अंतर्गत 25 हजार गर्भवती महिलाओं को प्रतिमाह निःशुल्क सेवाएं दी जा रही हैं। अब तक 2 लाख 48 हजार से अधिक गर्भवती महिलाओं को क्यूआर कोड जनित कूपन जारी किए जा चुके हैं।
बालिकाओं के कल्याण के लिए ‘लाडो प्रोत्साहन योजना’ में गरीब परिवारों की बालिकाओं को जन्म पर 1 लाख 50 हजार रुपये का सेविंग बॉन्ड उपलब्ध कराया जा रहा है। अब तक लगभग 4 लाख 18 हजार बालिकाओं को प्रथम किश्त से लाभान्वित किया गया है।
महिलाओं को समर्थ बनाने हेतु ‘‘प्रधानमंत्री उज्जवला योजना’’ तथा बीपीएल परिवारों को रसोई गैस सिलेंडर सब्सिडी योजना में 450 रुपये में गैस सिलेंडर उपलब्ध कराया जा रहा है। राज्य सरकार ने ‘मुख्यमंत्री रसोई गैस सब्सिडी योजना’ लागू कर अन्य पात्र परिवारों को भी लाभान्वित किया है। सितम्बर, 2024 से अब तक 558 करोड़ रुपये सब्सिडी राशि का भुगतान किया जा चुका है।
श्री अन्नपूर्णा रसोई योजनाओं में भोजन की गुणवत्ता और मात्रा में सुधार किया गया है। मोटा अनाज भोजन में शामिल किया गया और थाली का वजन 450 ग्राम से बढ़ाकर 600 ग्राम किया गया। ग्रामीण अन्नपूर्णा रसोई में अब तक 4.30 करोड़ और शहरी अन्नपूर्णा रसोई में 8.87 करोड़ भोजन थाली परोसी जा चुकी हैं।
श्रमिकों, स्ट्रीट वेंडर्स एवं लोक कलाकारों के लिए ‘मुख्यमंत्री विश्वकर्मा पेंशन योजना’ के तहत 60 वर्ष पूर्ण होने पर 3 हजार रुपये मासिक पेंशन प्रदान की जा रही है। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के अंतर्गत 1 लाख 89 हजार व्यक्तियों को ऋण प्रदान किया गया है। मुख्यमंत्री स्वनिधि योजना में असंगठित क्षेत्र के 1 हजार 271 श्रमिक लाभान्वित हुए हैं।
मुख्यमंत्री शहरी रोजगार गारंटी योजना के तहत 5 लाख परिवारों को रोजगार उपलब्ध करवाया गया और 343 करोड़ रुपये व्यय किए गए। स्थायी आवास से वंचित डिनोटीफाइड ट्राइब्स के परिवारों हेतु मुख्यमंत्री घुमन्तू आवासीय योजना 22 अक्टूबर 2024 से लागू की गई। नमस्ते योजना में 2 हजार 967 सफाई कर्मचारियों को स्वरोजगार हेतु प्रशिक्षण दिया गया।
सामाजिक सुरक्षा पेंशन पोर्टल के माध्यम से पेंशन योजनाओं के आवेदन से लेकर भुगतान की सम्पूर्ण प्रक्रिया पेपरलेस की गई है। अल्प आय वर्ग के बुजुर्ग, विधवाएं, एकल नारियां, दिव्यांग और लघु एवं सीमांत कृषकों को प्रतिमाह पेंशन 1,250 रुपये प्रदान की जा रही है। आरटीई के तहत शैक्षिक सत्र 2024-25 में लगभग 2 लाख 4 हजार नव प्रवेशित विद्यार्थियों को निःशुल्क प्रवेश दिया गया और निजी विद्यालयों को लगभग 968 करोड़ रुपये का फीस पुनर्भरण किया गया।

















































