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लोक टुडे न्यूज नेटवर्क
जयपुर। शहर के जनपथ पर रविवार को सात दिवसीय राणा पूंजा एवं पांच दिवसीय भगवान वाल्मिकी प्राकट्य दिवस शौर्य एवं ज्ञान महासंगम कार्यक्रम के दौरान भील, वाल्मिकी व धानका समाज ने एकजुटता का परिचय देते हुए सामाजिक, राजनीतिक, शैक्षणिक व आर्थिक स्तर पर आरक्षण की मांग को बुलंद किया। पूर्व राज्यमंत्री राजस्थान सरकार विकेश खोलिया व कार्यक्रम संयोजक विकास नरवाल कोटा के नेतृत्व में लोगों ने यूथ हॉस्टल से बाबा साहेब डा भीमराव अंबेडकर सर्किल तक प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए समाज के लोगों ने मानव शृंखला बनाकर रैली के जरिए एकता का परिचय दिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधिच व खोलिया ने राणा पूंजा व महर्षि वाल्मिकी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। इस दौरान वक्ताओं ने राणा पूंजा के शौर्य व महर्षि वाल्मिकी के ज्ञान को लेकर अपने विचार रखे। कार्यक्रम के तहत समाज के लोगों ने आरक्षण से वंचित वर्ग के अधिकारों को लेकर मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के नाम प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधिच को सामूहिक रुप से ज्ञापन सौंपा। जिस पर दाधिच ने कहा कि सरकारों ने इस समाज के लोगों को महज वोट बैंक ही समझा है, लेकिन उनके जीवन स्तर और राष्ट्र निर्माण की धारा से जोड़ने के लिए कोई काम नहीं किया। प्रदेश की भाजपा सरकार इस वर्ग के लोगों को आगे लाने का काम कर रही है। समाज की मांग को मुख्यमंत्री तक पहुंचाकर उस पर हर हाल में अमल कराने काम किया जाएगा। पूर्व राज्यमंत्री विकेश खोलिया ने कहा कि बाबा साहेब डा अम्बेडकर द्वारा संविधान में दिए गए आरक्षण की समीक्षा अब सरकार को करनी होगी। ताकि समाज के अंतिम छोर में बैठे व्यक्ति को सामाजिक शैक्षणिक व आर्थिक समानता मिल सके।
इस अवसर पर राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष दुलीचंद भील व शंकर लाल दहिया, राष्ट्रीय प्रधान महासचिव खुबीराम वाल्मीकि,युवा प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मीचंद भील कपासिया, राजस्थान प्रदेष अध्यक्ष रामलाल भील, राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष कार्यवाहक कैलाश सारवान, हनुमान प्रसाद डंगोरिया, राजस्थान प्रदेश के मुख्य संगठक कल्याण बैनाड़ा, राजस्थान प्रदेश संयोजक भंवर पंडित व राजस्थान प्रदेश सह संयोजक सेराराम भील सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
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