लोक टुडे न्यूज नेटवर्क
जयपुर । (विशेष संवाददाता) अमेरिकन एनआरआई डॉ राज खरे सिंह के समर्थन में राज्यसभा सांसद डॉक्टर किरोडी लाल मीणा ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से न्याय दिलाने की अपील की है। मीना ने एसओजी में उनके अपोलो एनिमल मेडिकल कॉलेज पर कब्जा करने वालों के खिलाफ कार्यवाही कर उन्हें जेल भेजने की मांग की है ।डॉक्टर किरोडी लाल मीणा ने बताया कि वर्ष 2005- 6 में तत्कालीन मुख्यमंत्री स्वर्गीय भैरों सिंह शेखावत के आह्वान पर डॉ राज खरे सिंह ने जयपुर आगरा रोड पर अपोलो एनिमल मेडिकल कॉलेज शुरू किया था। जिसकी देख रेख उन्होंने स्थानीय निवासी दूल्हे राम मीणा और उनके सहयोगियों को दी थी । क्योंकि खुद डॉक्टर खरे अमेरिका में रह रहे थे लेकिन उनका सपना था कि राजस्थान के बच्चे मेडिकल के क्षेत्र में आगे बढ़े, डॉक्टर बने और लोगों की सेवा करें। वर्ष 2013 में दूल्हे राम और उनके सहयोगियों ने अवैध रूप से घुसकर ट्रस्ट पर कब्जा कर लिया। करोड़ों का गबन कर दिया ,जिसको लेकर FIR No. 166/2019 थाना कानोता में दर्ज कराई गई।
एसीबी ने भी दोषी माना
उक्त FIR में भ्रष्टाचार प्रमाणित होने के बाद ACB ने भी FIR No. 194/2020 दर्ज करली, जिसमें जांच अधिकारी ने दिनांक 21. फरवरी 2022 को हाईकोर्ट में रिपोर्ट प्रस्तुत कर दूल्हेराम मीना, हर्षवर्धन मीना, लाखन मीना एवं गजानन्द गुप्ता को दोषी माना। उक्त FIR को निरस्त कराने की दृष्टि से आरोपी दूल्हेराम ने 482 के तहत हाईकोर्ट में रिट की, तत्समय हाईकोर्ट ने इन प्रकरणों में करीबन 35 करोड का गबन होना मानकर आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही करने तथा कोर्ट ने आरोपियों के विरूद्ध कार्यवाही करने की दृष्टि से ED एवं Income Tax विभाग से मदद मांगने हेतु निर्देशित किया।
एसीबी के अधिकारियों ने ईडी और इनकम टैक्स को नहीं दी जानकारी
दुल्हेराम एवं अन्य साथियों के विरूद्ध एक FIR No. 71/2022 थाना बस्सी में अन्तर्गत धारा 406, 420 एवं 409 की, जिसे जांचोपरान्त प्रमाणित माना गया। उक्त तीनों FIR में सभी जांच अधिकारियों ने अपराध प्रमाणित माना तथा ACB ने ट्रस्ट एवं आरोपीगणों ने खातों को सीज़ कर दिया। किन्तु कुछ समय बाद ACB ने नियम विरूद्ध जाकर आरोपीगणों तथा ट्रस्ट के खातों को पुनः खुलवा दिया।
कोर्ट के आदेश के बावजूद एसीबी ने आरोपियों को लाभ पहुंचाया
उच्च न्यायालय के द्वारा निर्देश पारित कर दिये जाने के बावजूद भी अरोपीगणों को ACB द्वारा प्रत्यक्ष रूप से लाभ पंहुचाया जा रहा है, जबकि ACB ने उक्त तीनों मुकदमों को अपराध प्रमाणित मानते हुए भी कोई भी कार्यवाही नहीं की तथा आरोपी ट्रस्ट की करोडों की राशि को अपने निजी बैंक खातों में डलवा रहा है, जो स्पष्ट रूप से PMLA का प्रकरण बनता है। इस संबंध में डॉ० खरे राज्य के माननीय मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव एवं DGP (ACB) आदि से मिल चुके है। फिर भी कुछ अधिकारी आरोपियों को बचा रहे है, जिस कारण आरोपी करीबन 10 साल से करोडों के न्यारे-वारे कर रहा है। यह कॉलेज राजस्थान के छात्रों को पढाने के उद्देश्य से खोला था, किन्तु इस समय अधिकतम् छात्र राज्य से बाहर के पढ रहे है, जिनसे फीस के नाम पर कई गुना राशि ली जा रही है।
वीसीआई के निर्देशों की नहीं हो रही पालना
वी.सी.आई के आदेश दिनांक 29. अगस्त.2024 के विपरीत भ्रष्टाचार के तहत Admission किये गये है, जो राजस्थान के बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड किया जा रहा है, जिसकी हमने कई बार शिकायत की है, फिर भी वी.सी.आई. के निर्देशों की पालना नहीं की जा रही है। उक्त प्रकरण की जानकारी ACB ने ना ही E.D को दी ना ही Income Tax को दी। जिससे स्पष्ट है कि कुछ अधिकारी राजनैतिक दबाव में कार्य कर रहे है।
राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट सम्मिट 2024 में आने वाले उद्यमियों से करेंगे डॉक्टर खरे अपील
डॉ राज खरे ने कहा कि वे दिसंबर माह में होने वाले राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट के दौरान बाहर से आने वाले उद्यमियों के दौरान अपनी बात रखेंगे और उन्हें बताएंगे कि वह 2005- 6 में तत्काल में मुख्यमंत्री के कहने पर यहां पर निवेश के लिए आए थे और उन्होंने 100 करोड रुपए निवेश कर दिया। आने वाले समय में वह और निवेश कर सकते हैं लेकिन उनके साथ जिस तरह धोखाधड़ी हुई है और सरकार धोखाधड़ी करने वालों पर कार्यवाही नहीं कर रही है ,जाहिर सी बात है कि और लोग निवेश क्यों करेंगे? उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील की है कि वह जल्द से जल्द इस समस्या का निस्तारण करे। जिन्होंने धोखाधड़ी करके कॉलेज हड़पी है ,फंड की धोखाधड़ी की है और बच्चों का फर्जी एडमिशन कर रहे हैं, उन्हें जेल में भेजा जाए। जिससे इस कॉलेज का उपयोग राजस्थान के बच्चों के लिए हो सके । डॉक्टर किरोडी लाल मीणा ने भी कहा है कि वे चाहते हैं कि मुख्यमंत्री इसमें हस्तक्षेप करें जो भी दोषी है, उन्हें तत्काल गिरफ्तार करें और डॉक्टर राजेश खरे को उनका अधिकार वापस लौटाए ,जिससे निवेशकों प्रेरित किया जा सके।