निर्दलीय विधायक भाटी क्षेत्र के विकास में अटका रहे है रोडा, विकास में नहीं करे राजनीति
लोक टुडे न्यूज नेटवर्क
जयपुर,।(आर एन सांवरिया) भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि भाजपा सरकार जनता की अपेक्षाओं के अनुरूप कार्य कर रही है, फिर चाहे विपक्ष को क्या लग रहा है, यह उनकी सोच है। सदन में विपक्ष की भूमिका जैसी होगी, सत्ता पक्ष भी उसी लहजे में उसका जवाब देगा। डोटासरा बिना बॉल के फुटबॉल खेल रहे है, उनको पता ही नहीं है कि क्या बोल रहे है, उनको बाद में पता चलता है कि मैंने क्या बोल दिया। ऐसे में मेरा विपक्ष से आग्रह है कि विपक्षी नेताओं को बोलने से पहले अपने घर में झांक लेना चाहिए, दूसरों के घर में ताकझांक करना अच्छी आदत नहीं है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने दिल्ली चुनावों को लेकर सचिन पायलट के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि पायलट को याद रखना चाहिए कि दिल्ली में पिछली बार कांग्रेस को कितनी सीट मिली थी। पायलट को अपने नेतृत्व और लीडरशीप के ढुलमुल नीति को समझने का भी प्रयास करना चाहिए। बिना सोचे समझे बयानबाजी नहीं करनी चाहिए। दिल्ली में जनता ने भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाने का मानस बना लिया है। भाजपा अपने एजेंडे और घोषणा पत्र के अनुरूप कार्य कर रही है, भाजपा को जनता का पूर्ण आशीर्वाद मिलेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा नीतियों, सिद्धांतों पर आधारित राजनीति करती है, जातिवाद की राजनीति भाजपा में नहीं की जाती है। यहां जनता जो चाहेगी वो ही कार्य होगा। जातिगत आधार पर कार्य नहीं किया जाता। भाजपा ने जन अपेक्षाओं के अनुरूप उम्मीदवार उतारे है। भाजपा कभी भी रेवड़ियां बांटने का कार्य नहीं करती। विपक्ष आनन फानन में रेवड़ियां बांटकर चुनावी लाभ लेने के लिए योजनाओं की घोषणा करता है, फिर उनका क्रियान्वयन नहीं हो पाता। कांग्रेस ने केवल वाहवाही लूटने के लिए कई फैसले किए थे। भाजपा सरकार ने प्रदेश की किसी भी स्कूल को बंद नहीं किया, बल्कि शून्य नामांकन या तीन से चार विद्यार्थी वाली स्कूलों को मर्ज किया है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने निर्दलीय विधायक रविन्द्र भाटी से विकास में रोडा अटकाने की बजाए सहयोग करने की अपील की और कहा कि भाटी क्षेत्र के विकास में बाधक नहीं बने, बल्कि जनसेवा को समझकर सरकार के द्वारा करवाए जा रहे कार्यों में सहयोग करें। ऊर्जा का क्षेत्र हो या फिर अन्य क्षेत्र में विकास होगा तो उसका लाभ आम आदमी को मिलेगा। इस विषय को उन्हें गंभीरता से समझना चाहिए। भाटी राजनीति के समय राजनीति करें लेकिन विकास के समय विकास में सहयोग करें, ना कि विकास कार्यों में राजनीति करें। भाटी राजनीति ज्यादा कर रहे है, वे जन सेवा के प्रति समर्पित नहीं है। वे पहले विधायक बन गए, फिर अति उत्साह में लोकसभा चुनाव मैदान में आ गए यह सही नहीं था।