— रैवासा में बड़ी संख्या में जुट रहे श्रद्धालु
लक टुडे न्यूज नेटवर्क
किशनगढ़ रेनवाल,(नवीन कुमावत, वरिष्ठ संवाददाता )। सीकर जिले में रैवासा पीठाधीश्वर राघवाचार्य महाराज का शुक्रवार की सुबह आकस्मिक निधन हो गया है। राघवाचार्य महाराज को बाथरूम में दिल का दौरा पड़ा, जिसके बाद उन्हें तुरंत सीकर के अस्पताल में ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने उनके निधन की पुष्टि कर दी। उनके आकस्मिक निधन से न केवल सीकर जिले में, बल्कि देशभर में उनके लाखों अनुयायियों में शोक की लहर दौड़ गई है। इसके साथ ही कई सामाजिक संस्थाओं, संप्रदायों एवं अन्य पंथों में भी शोक की लहर दौड़ गई है।
राघवाचार्य महाराज ने अपना जीवन धार्मिक और सामाजिक सेवा में समर्पित किया। उनकी शिक्षा और मार्गदर्शन ने लाखों लोगों के जीवन को प्रेरित किया है। उनके सम्मान में रैवासा में बड़ी संख्या में लोग जुटने शुरू हो गए हैं।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा- स्वामी राघवाचार्य जी महाराज ने अपने जीवनकाल में सनातन धर्म के प्रचार और धार्मिक संस्कृति को सहेजने के लिए अद्वितीय योगदान दिया। उनके कार्य और उपदेश हमेशा से समाज को दिशा देते रहे हैं। भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें। परम पूज्य रेवासा पीठाधीश्वर राघवाचार्य महाराज के ब्रह्मलीन होने का समाचार सुनकर मन बहुत व्यथित है। महाराज का देवलोकगमन सनातन और आध्यात्मिक जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। आपके ओजस्वी विचार और आदर्श जीवन की प्रेरणा सदैव मानवता के लिए मंगलकारी सिद्ध होंगे। अपने शोक संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रभु श्रीराम जी से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान और शोकाकुल अनुयायियों को यह पीड़ा सहन करने का संबल प्रदान करें।
वहीं, रेवासा पीठाचार्य राघवाचार्य जी महाराज के आकस्मिक देवलोक गमन पर स्थानीय श्रीकृष्ण बिहारी जी गिरधारी जी महाराज के बड़ा मंदिर के महंत डॉक्टर श्री श्री 1008 श्री जुगल किशोर शरण जी महाराज, डूंगरी कला तपोस्थली के संत हीरापुरी जी महाराज, दादू दयाल सुखसागर सेवा धाम के संत सुखदेव जी महाराज, मोहनपुरा बालाजी के महंत कौशल्या दास जी महाराज, गोविंदराम कुमावत, रामगोपाल पारीक, रमेश कुमार बिडसर सहित विभिन्न राजनीतिक सामाजिक एवं स्वयंसेवी संगठनों ने महाराज श्री के निधन को अपूरणीय क्षति बताते हुए गहरी संवेदना व्यक्त की है।