नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी ने राजस्थान में सीकर सीट को इंडिया गठबंधन के लिए खाली छोडी थी उस पर इंडिया गठबंधन ने के पूर्व विधायक अमराराम को उम्मीदवार घोषित किया है ।अमराराम माकपा के खांटी नेता माने जाते हैं। कई बार विधायक रह चुके हैं ,जमीनी कार्यकर्ता है उन्हें यहां से उम्मीदवार बनाया है । अब उनका मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के मौजूदा सांसद सूमेधानंद सरस्वती से होगा। सुमेधानंद सरस्वती यहां से दूसरी बार सांसद चुने गए हैं। सुमलाथा सुमेधानंद सरस्वती जी जाट समाज से आते हैं और अमराराम चौधरी भी जाट समाज से आते हैं। सीकर वैसे तो कांग्रेस पार्टी का गढ़ मानी जाती है। लेकिन सीकर में माकपा का भी अच्छा जनाधार है। अब राजस्थान में किसी भी सीट पर माकपा अपने उम्मीदवार खड़े नहीं करेगी। इसका फायदा यह होगा कि गंगानगर, बीकानेर ,चूरू ,झुंझुनू में जो माकपा कांग्रेस पार्टी के वोटो में सेध लगाती है वह नहीं लगा सकेगी और माकपा के लोग भी कांग्रेस पार्टी के पक्ष में मतदान कर सकेंगे। हालांकि सीकर में 5 सीटों पर कांग्रेस पार्टी के विधायक जीते हुए हैं और सीकर को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है। लेकिन अब सीट गठबंधन के तहत माकपा को दे दी गई है ।ऐसे में कांग्रेस पार्टी चुरु, झुन्झन, सहित अन्य सीटों पर ही उम्मीदवार नहीं उतारेगी । नागौर सीट भी गठबंधन के तहत हनुमान बेनीवाल की पार्टी रालोपा को जा सकती है। बांसवाड़ा डूंगरपुर सीट भी गठबंधन के तहत बाप पार्टी को जा सकती है। यदि कांग्रेस पार्टी ने अन्य उम्मीदवार भी राजस्थान में आकलन के अनुसार उतारे तो राजस्थान में कांग्रेस पार्टी भारतीय जनता पार्टी से मुकाबले में आ सकती है । क्योंकि पिछली बार जिस तरह से अधिकांश सीटें 2 लाख से अधिक मतों से ही कांग्रेस पार्टी बीजेपी से हारी थी, जाहिर सी बात है इस बार भारतीय जनता पार्टी देश में राम मंदिर का मुद्दा ,धारा 370 हटाने की बातें जनमानस पर बैठी हुई है, तो इसके चलते मोदी जी के चार सौ पार का नारा दे रहे है। इसका असर भी लोगों में नजर आता है । इसलिए कांग्रेस पार्टी राजस्थान की कुछ सीटों पर जीत दर्ज कर सकती है।