Home politics कार्यकर्ताओं का मन जीत रहे हैं ,प्रदेश अध्यक्ष राठौड़

कार्यकर्ताओं का मन जीत रहे हैं ,प्रदेश अध्यक्ष राठौड़

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लोक टुडे न्यूज नेटवर्क

जयपुर। भारतीय जनता पार्टी को लंबे समय बाद एक सामान्य कार्यकर्ता प्रदेश अध्यक्ष के रूप में मिला है । जिनसे भारतीय जनता पार्टी का कोई भी कार्यकर्ता पार्टी मुख्यालय में आसानी से जाकर मिल सकता है । अपनी बात रख सकता है। प्रदेश अध्यक्ष से मिलने के लिए अभी पर्ची की जरूरत नहीं है ,हो सकता आने वाले समय में प्रदेश अध्यक्ष जी पुराने प्रदेश अध्यक्षों की तरह पर्ची सिस्टम से मिलने लग जाए । फिलहाल तो उनका एक सामान्य कार्यकर्ताओं को सम्मान देने का रूप जरूर सामने आया है। उसको लेकर पार्टी का आम कार्यकर्ता खुश है । हाल ही में भारतीय जनता पार्टी के पुराने कार्यकर्ता पार्टी मुख्यालय गए और उन्होंने जब अपना परिचय प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ को दिया तो, मदन राठौड़ ने कार्यकर्ता को गले लगा लिया। उन्हें मिठाई खिलाई और कहा की पार्टी को मजबूत करें । प्रदेश अध्यक्ष का इस तरह का अपनापन देखकर पार्टी कार्यकर्ता भी गदगद को उठा। ऐसा ही कुछ भाजपा राजस्थान कच्ची बस्ती प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश महामंत्री जगदीश छिपा के साथ हुआ, जब जगदीश छिपा प्रदेश अध्यक्ष से मिले तो ,उन्होंने सीधे ही कार्यकर्ता के कंधे पर हाथ रखकर कहा कैसे हो ?पार्टी में समय दिया करो, पार्टी को मजबूत करने का काम करो, उन्हें मिठाई खिलाई और काम करने के लिए कहा । ऐसा सुनकर एक सामान्य कार्यकर्ता के पैर जमीन पर नहीं थे, उसने सोचा भी नहीं था कि प्रदेश अध्यक्ष इस तरह का आशीर्वाद मिलेगा ,क्योंकि पिछले कुछ लंबे समय से तो पार्टी में प्रदेश अध्यक्षों मिलना टेढ़ा काम हो गया था । जबकि पार्टी के कार्यकर्ता और पदाधिकारी प्रदेश अध्यक्ष से मिलकर जमीनी हकीकत से रूबरू करवाते हैं। मिलकर अपनी बात रखते हैं, सरकार की जमीनी हकीकत से अवगत कराते हैं । लेकिन प्रदेश अध्यक्ष बनने वाले कई बार कुर्सी पर आते ही भूल जाते हैं और कार्यकर्ताओं को इग्नोर करना शुरू कर देते हैं। कुछ चंद लोगों के ही कोकस से घिर जाते हैं, जो उन्हें जमीनी कार्यकर्ताओं से और जमीनी हकीकत से कोसों दूर कर देते हैं और अध्यक्ष में भी फिर अहंकार भरा जाता है । फिलहाल तो मदन राठौड़ कार्यकर्ताओं के लिए सहज और सुलभ उपलब्ध है। बाकी तो भविष्य ही जाने। वैसे ही पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे 2-3 बार सार्वजनिक मंचों से से बोल चुकी है, कि लोग पद पर आते ही अपनी जमीन भूल जाते हैं। हाल ही में उन्होंने कहा था कि किसी को पीतल की लॉन्ग मिल जाती है तो वह सराफ बन बैठते हैं। यह बातें जो लोग बड़े पदों पर पहुंच गए हैं और अपने पिछले दिन भूल गए उनके लिए कही जाती है। लेकिन लागू सब पर होती है क्योंकि पद पर आते सभी ऐसा करते हैं।

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