
जयपुर। राजस्थान में नर्सेज की समस्याओं के लिए नर्सेज एसोसिएशन की और से सरकार को बार- बार ज्ञापन दिया जा रहा है, इसके बावजूद भी नर्सिंगकर्मियों की मांगों पर उचित कार्रवाई नहीं होने से रोष बढ़ रहा है। राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन की प्रदेश महिला संगठन मंत्री पूनम पूनिया एवं प्रवक्ता संतोष जांगिड़ बताया कि नर्सेज भर्ती 2018 में एक बहुत बड़ी त्रुटि रख दी जिसमें कनिष्ठ को वरिष्ठ बना दिया, जो संविदा कर्मी पहले से कार्यरत है उनके लिए नियमित होने के बाद राज्य सरकार ने यथा स्थान अपनी सेवाएं देने के लिए आदेश किया था । लेकिन स्पष्ट गाइडलाइन नहीं होने से असमंजस बना हुआ है। राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष खुशीराम मीणा ने बताया कि नर्सेज भर्ती 2018 में चयनित नर्सेज की नियुक्ति तिथि 29 अप्रैल 2020 करवाई जाए एवं 12 मई को कैबिनेट फैसले के बाद नर्सेज का पद नाम परिवर्तन करने पर कैबिनेट ने मुहर लगा दी, लेकिन चिकित्सा विभाग की लच्चर व्यवस्था के कारण आज तक पदनाम नर्सिंग ऑफिसर और सीनियर नर्सिंग ऑफिसर के आदेश प्रसारित नहीं किए गए। कई नर्सेज संगठनों ने अति उत्साहित होकर समाचार पत्रों में ऐड भी लगवा दिए पदनाम के नोटिफिकेशन के लिए आमजन द्वारा पूछा जाता है तो अपने आप में अपमानित महसूस होते हैं। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष मीणा ने बताया की निदेशक अराजपत्रित मुकुल शर्मा,उप शासन सचिव चिकित्सा विभाग संजय कुमार से मिलकर दोनों मांगों के लिए पत्र सौंपा गया है साथ ही चेतावनी दी गई है कि समय रहते मांग पूरी नहीं की गई तो नर्सेज 10 सितंबर को स्वास्थ्य भवन पर एक दिवसीय ध्यानाकर्षण सांकेतिक धरना देंगे।