
जयपुर। जब लोग दीपोत्सव में मस्त थे उस समय एक महिला जयपुर के जेएनयू हॉस्टल में जिंदगी और मौत से जूझ रही थी । महिला को एसडीपी की जरूरत थी और महिला के परिजनों और अस्पताल के सोर्सेज के प्रयास के बावजूद महिला के लिए एसडीपी का इंतजाम नहीं हो पाया। जब यह जानकारी रक्तदान जीवनदान फाउंडेशन के सदस्य रामू घूमना को मिली तो वह अपने परिवार को छोड़कर करीब डेढ़ सौ किलोमीटर दूर से चल कर जयपुर के जेएनयू अस्पताल पहुंचे और उन्होंने रक्तदान कर महिला का जीवन बचाया। रक्तदान जीवनदान फाउंडेशन के संयोजक राजेंद्र चौधरी ने बताया कि हमारे सभी सदस्य लगातार 24 घंटे लोगों की मदद करने के लिए तत्पर रहते हैं। संस्था के सदस्य रोहित बामणिया, अजय घूमना, मनीष जटवाड़ा ,राकेश मीणा, लालचंद मीणा ,सुनील और रामसिंह ने भी रामू घूमना के प्रयास की सराहना की । महिला के परिजनों ने तो संस्था ओर रक्तदाता के प्रति आभार व्यक्त किया ही।