लोक टुडे न्यूज नेटवर्क

जयपुर। ग्रासरूट मीडिया फाउंडेशन की ओर से हिंदी दिवस पर मीडिया पर सेमिनार आयोजित किया गया। इस सेमिनार में वक्ताओं ने कहा कि सरल भाषा से अच्छा करियर बनाने में सहयोग मिलता है। शुद्ध भाषा आपके व्यक्तित्व को भी निखारती है। सेमिनार में मीडिया के विभिन्न विषयों को लेकर चर्चा की गई और विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया गया।

ग्रासरूट मीडिया फाउंडेशन की ओर से झालाना संस्थानिक क्षेत्र स्थित राजस्थान प्रौढ शिक्षण समिति के सभागार में हिंदी दिवस पर मीडिया पर सेमिनार आयोजित किया गया। इस सेमिनार में विभिन्न विश्वविद्यालयों के मीडिया विद्यार्थी शामिल हुए।

यशवंत व्यास की सटीक बात

कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में संबोधित करते हुए प्रसिद्ध व्यंग्यकार यशवंत व्यास ने कहा कि भाषा की क्षमता असीम है। भाषा दक्षता पाने के लिए अच्छा पढ़ने और अच्छा लिखने का अभ्यास आवश्यक है। मीडिया के विद्यार्थी अपनी क्षमता और प्रतिभा के हिसाब से रोजगार प्राप्त कर सकते हैं। मीडिया में अवसरों की कमी नहीं है। युवा अपनी क्षमता और प्रतिभा को निखार कर अवसरों का सृजन कर सकते हैं।

प्रोफेसर संगीता प्रणवेंद्र बोली भाषा सहज हो
आईआईएमसी दिल्ली में प्रोफेसर संगीता प्रणवेंद्र ने कहा कि पत्रकार के लिए आवश्यक है कि वह सहजता से सरल भाषा में लिख सके। हमारी हिंदी भाषा के विस्तार के लिए मीडिया का सहयोग आवश्यक है। एक पत्रकार के लिए अच्छा दिखने और अच्छा बोलना दोनों जरूरी है।

स्तंभकार आलोक आनंद बोले एआई से खतरा नहीं


कार्यक्रम में स्तंभकार आलोक आनंद ने कहा कि कृत्रिम बौद्धिकता एआई का उपयोग बढ़ता जा रहा है। इसलिए इसके बारे में जानना विद्यार्थियों और युवाओं के लिए उपयोगी है। मशीन लर्निंग का उपयोग करके हम अपनी उत्पादकता को बढ़ा सकते हैं और यह हमारे जीवन में उपयोगी बन सकता है। मीडिया के विद्यार्थियों के लिए आवश्यक है कि वह अच्छा लिखने वालों को पढ़ते रहे। एआई से भाषा को कोई खतरा नहीं है।

अंकित तिवारी और अन्य वक्ताओं ने भी रखी बात


मीडिया में अवसर विषय पर बोलते हुए अंकित तिवारी और प्रदक्षिणा पारीक ने कहा कि आवाज की तकनीक पर अभ्यास की आवश्यकता है। हम अभ्यास से अपनी आवाज को निखार कर रेडियो के क्षेत्र में और आवाज के अन्य क्षेत्रों में रोजगार पा सकते हैं। मीडिया में नौकरियों की आवश्यकता हमेशा बनी रहेगी। इसके लिए संपर्कों के साथ-साथ स्वयं का अच्छा प्रस्तुतीकरण और कार्य क्षमता का प्रदर्शन भी अनिवार्य है।
कार्यक्रम में अन्य वक्ताओं ने भी मीडिया और हिंदी भाषा पर अपने विचार प्रस्तुत किए। राजस्थान प्रौढ शिक्षण समिति के राजेंद्र बोड़ा ने युवाओं को अध्ययन की सलाह दी। अंत में ग्रासरूट मीडिया फाउंडेशन के प्रमोद शर्मा ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन अनुज शर्मा ने किया।
इस अवसर पर प्रोफेसर अमिताभ श्रीवास्तव, प्रोफेसर जयती शर्मा, डॉ लोकेश शर्मा, डॉ.नीरज रावत, माधव सिंह, डॉ.सुभाष कौशिक, माधव सिंह, डॉ कमलेश मीना, अश्विनी पारीक आदि उपस्थित रहे।

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