जयपुर । संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रामसेवक दुबे द्वारा वित्त नियंत्रक दुर्गेश राजोरिया के पावर 6 जून 2024 को सीज कर दिए गए थे। कुलपति के आदेश को राज्य सरकार ने नियम विरुद्ध माना तथा इसे तुरंत प्रभाव से प्रत्याहारित करने का आदेश दिया है। संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति लगातार विवादों में बने हुए हैं। 20 जून को कोरम पूरा होने के बावजूद भी कुलपति कार्यपरिषद की बैठक में उपस्थित नहीं हुए थे। कुलपति के अड़ियल रवैये तथा लगातार नियम विरुद्ध कार्य करने से नाराज होकर कार्य परिषद के विधायक सदस्यों स्वामी श्री बालमुकुंद आचार्य एवं श्री महेंद्र मीणा द्वारा मुख्यमंत्री को की गई थी शिकायत। विश्वविद्यालय के कुल सचिव एवं वित्त नियंत्रक भी कर चुके हैं कुलपति की शिकायत जिस शिक्षा मंत्री ने बिठाई है जांच कमेटी। कुलपति को हटाए जाने की मांग जोर पकड़ रही है।