
जयपुर। राज्य सरकार ने शराबबंदी पर लिखित जवाब दिया है कि प्रदेश में शराबबंदी नहीं होगी, इसका शराबंदी आंदोलन की राष्ट्रीय अध्यक्ष पूनम अंकुर छाबड़ा कड़ा विरोध करती हूँ। छाबड़ा ने कहा कि सरकार के इस फैसले से शराबबंदी समर्थकों में भारी नाराजगी है। शराबबंदी समर्थकों ने आंदोलन के साथ-साथ नशामुक्ति अभियान, महिलाओं को जाग्रत करने जैसे कई अभियान चलाये हैं। प्रदेश में नशे के कारण दुष्कर्म व अपराध कई गुणा बढ़ गए हैं । पिछले दिनों एक 4 साल की बिटिया को नशे में धुत व्यक्ति ने अपना शिकार बनाया था जो आज हमारे बीच नहीं रही। नशे के कारण प्रदेश में अपराध बढ़ रहे हैं। ऐसी घटनाओं के बाद भी सरकार को राजस्व की चिंता है। उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा कि उन्हें गांधीवादी कहलाने के साथ गांधी जी के पद चिन्हों पर चलना भी चाहिए। राज्य में शराबबंदी लागू नहीं की तो वे 3 नवंबर से अनशन पर बैठेंगी।