जयपुर। गांधीनगर थाना इलाके के दयानंद नगर झालाना डूंगरी से 8 फरवरी को गायब हुए राकेश कुमार बैरवा का शव रामनगरिया थाना इलाके के सुनसान इलाके से हुए से बरामद किया है। प्रथम दृष्टया माना जा रहा है कि राकेश कुमार बैरवा की हत्या कर शव को बाइक सहित कुएं में फेंक दिया था। पुलिस ने अभी हत्या की पुष्टि नहीं की है और उसका खुलासा भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक जांच के बाद ही होगी। परिजनों का आरोप है कि मृतक राकेश कुमार भवन बनाने का काम करता था और 8 फरवरी को सुबह घर से निकला था । रामनगरिया स्थित रोड पर ही उसकी साइड चल रही थी जहां 2 दिन बाद में छत भरनी थी और छत भरने को लेकर का ठेकेदार और भवन मालिक के पैसों को लेकर विवाद था। परिजनों ने बताया कि राकेश कुमार 5 ₹7 लाख ₹ मांगता था और उसने पैसे मिलने पर ही छत भरने की बात कही थी। उसके बाद उसे सुबह अज्ञात लोगों ने फोन करके बुलाया और शाम तक घर नहीं लौटने पर परिजनों ने 9 फरवरी तक राकेश को ढूंढने का प्रयास किया। संबंधित व्यक्ति से भी फोन पर बात की लेकिन उसने राकेश के आने के बारे में किसी भी तरह की जानकारी नहीं दी । जब दूसरे दिन साइट पर जाकर देखा गया तो वहां पर छत भरी जा चुकी थी, इसको लेकर परिजनों ने उसकी हत्या का आशंका भी जताई। लेकिन पुलिस ने फिर भी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की। इसके बावजूद पुलिस ने सही भूमिका नहीं निभाई। यहां तक कि पूर्व मंत्री कालीचरण सर्राफ भी मृतक के घर पहुंचे थे और पुलिस अधिकारियों से बात कर मृतक की तलाश करने की बात कही थी। महिला बाल विकास मंत्री ममता भूपेश के पास भी परिजन पहुंचे थे और यहां भी उन्होंने मंत्री से राकेश को ढुंढने की अपील की थी और हत्या की आशंका जताई थी। मंत्री के फोन के बावजूद भी पुलिस में किसी तरह का रख दिया। उसके बाद परिजन एडीजी रहे रवि मेहरडा के पास में गए थे और उनके पास भी न्याय की गुहार लगाई थी। लेकिन 12 दिन तक पुलिस ने मृतक को तलाश करने की कोशिश नहीं की। पुलिस मैं ही जिन पर शंका व्यक्त की गई थी उनसे किसी तरह की पूछताछ की गई। यहां तक कि राकेश कुमार के फोन नंबर आखिर लोगों से बातचीत हुई थी। परेशान परिजन रोजाना की तरह आज भी उसे ढूंढ रहे थे तो रामनगरिया स्थित एक सुनसान कई सालों से बंद पड़े कुए के पास से बदबू आने पर उन्होंने नीचे जाकर देखा तब उन्हें बाइक नजर आई और एक शव नजर आया। उसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी, उसके बाद मौके पर एनडीआरएफ की टीम पहुंची, एनडीआरएफ की टीम के साथ-साथ पुलिस की फॉरेंसिक टीम पहुंची और उन्होंने शव को बाहर निकाला । शव का पोस्टमार्टम किया जा रहा है ।लेकिन परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया है हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं और परिजनों को मुआवजा देने की मांग कर रहा है।