
जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री रहे सचिन पायलट का कहना है कि बहुत ही चिंतन के बाद मंत्रिमंडल पुनर्गठन का कदम उठाया गया। वे अपने जयपुर आवास पर मीडिया से रुबरु हुए। पायलट ने आगे कहा कि की सभी से फीडबैक लिया गया है। इस दिशा में चल रहे थे उसमें आगे बढ़ रहे हैं।
दलित , आदिवासी वर्ग को मिली तरजीह
दलित समाज के लोगों को मंत्रिमंडल में जगह दी गई है। पहले प्रतिनिधित्व कम था, जो सबका हमेशा से कांग्रेस के साथ खड़ा रहा है उसको तवज्जो दी गई है । आगे कहा कि सभी से फीडबैक लिया गया है। सोनिया गांधी जी, राहुल जी, प्रियंका गांधीजी, अशोक गहलोत जी, गोविंद सिंह डोटासरा जी और अजय माकन जी को धन्यवाद।
हमारा कोई गुट नहीं हम सब एकमुखी
हमेशा मीडिया में कहा जाता है कि इस गुट के इतने, उस गुट के उतने। हमने सभी ने 2018 में मिलकर चुनाव लड़ा। 21 से बढ़कर 100 तक पहुँचे । सोनिया जी प्रियंका जी राहुल जी के नेतृत्व में कांग्रेस एकजुट है जिस तरह महंगाई से लोग त्रस्त है। उसको लेकर लड़ना है। हमारी पार्टी में कोई गुट नहीं है। पूरे नेतृत्व ने यह निर्णय लिया है।
प्रियंका की बात को मिली तरजीह
पायलट ने कहा कि बोर्ड निगमों में भी पार्टी कार्यकर्ताओं को जगह मिलेगी। प्रियंका जी ने जो महिलाओं को लेकर यूपी में किया है, उसका असर राजस्थान में भी देखने को मिला। आगे पायलट ने कहा कि मैंने हमेशा प्रिंसिपल की बात की है। एससी, ओबीसी कार्यकर्ताओं की बात कही है।
राजस्थान में फिर से कांग्रेस की सरकार बनाना ही लक्ष्य
मेरा मकसद है दोबारा राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनाना है। यह बात मैंने दिल्ली में कही, पार्टी मुझे जो भी भूमिका देगी वह निभाऊंगा। महिलाओं को आगे बढ़ना चाहिए। मंत्रिमंडल के पुनर्गठन में ये कोशिश की गई है। किसी को छोड़ा नहीं जाए। किसी विभाग में कोई कमी होगी तो उसे सुधारने की कोशिश करेंगे । किसको क्या विभाग देना है यह माकन जी और केंद्रीय नेतृत्व तय करेंगे । अगले चुनाव में हम चाहेंगे महिलाओं को अधिक से अधिक टिकट मिले । कांग्रेस ने हमेशा चुनाव कलेक्टिविटी के रूप में लड़े जाते है। मैंने 2018 में काम किया है 2023 में होने वाले चुनाव में और अधिक काम करूंगा । पार्टी में जो दिशा पकड़ी है, वह स्वागत योग्य है। पार्टी को सक्रिय करने के लिए लोगों को जोड़ना है ,जो हमें सपोर्ट कर रहे हैं उनको भी साथ लेकर चलना होगा।