Home accident “समुद्र की लहरों ने छीन लिया जूनसिया गांव का लाल”

“समुद्र की लहरों ने छीन लिया जूनसिया गांव का लाल”

0

लोक टुडे न्यूज नेटवर्क

— नेवी कमांडो महेंद्र सिंह शेखावत मुंबई में शहीद
— शुक्रवार को होगा शव का अंतिम संस्कार
— नाव पलटने से हादसे के शिकार हुए शेखावत

किशनगढ, रेनवाल। (नवीन कुमावत) मुंबई के समुद्र की लहरों ने देश की सरहद की रक्षा करने वाले एक जांबाज को हमसे छीन लिया। बुधवार को मुंबई के समुद्र में हुए एक भीषण हादसे में नौ सेना में कार्यरत एक कमांडो सहित दर्जनों लोग हताहत हो गए। इनमें राजस्थान के जयपुर जिले के किशनगढ़ रेनवाल क्षेत्र में जूनसिया गांव निवासी महेंद्र सिंह शेखावत जो कि नौ सेना में मार्कोस पेटी आफिसर के पद पर तैनात थे, हादसे का शिकार हो गए। इनका पार्थिव शरीर शुक्रवार को पैतृक गांव पहुंचने की उम्मीद है, और इसके बाद इनका पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। स्थानीय प्रशासन इसकी तैयारियों में जुट गया है। वहीं इस दुखद समाचार के बाद जुनसिया गांव सहित रेनवाल क्षेत्र में शोक की लहर फैल गई है।
जानकारी के अनुसार बुधवार शाम को भीषण हादसा हो गया। गेट वे ऑफ इंडिया से एलिफेंटा जा रही नीलकमल बोट बीच समुद्र में डूब गई। इसमें करीब दो दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो गई। वहीं करीब 100 लोगों को नौ सेना ने रेस्क्यू में बचा लिया गया। बताया जा रहा है कि 80 लोगों की क्षमता वाली बोट में 100 से ज्यादा यात्री सवार थे, जबकि बोट मालिक का आरोप है कि नौ सेना की एक कश्ती ने तेज गति से बोट को टक्कर मारी जिससे बोट पलट गई। ये हादसा ऊरन के पास बुधवार की शाम करीब चार बजे हुआ। मुंबई से एलिफेंटा गुफाओं की ओर जाते समय अरब सागर में बुचर द्वीप के पास नौ सेना की गढ़ती स्पीड बोट ने नाव को टक्कर मार दी।इससे नाव में पानी भर गया और वह डूब गई। महाराष्ट्र सरकार हादसे में सभी मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपए की सहायता राशि देगी। पुलिस और नेव मिलकर इस हादसे की जांच करेगी।

सांसद और विधायक ने जताया शोक :
जयपुर ग्रामीण सांसद राव राजेंद्र सिंह, फुलेरा विधायक विद्याधर सिंह चौधरी एवं भाजपा ओबीसी प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय मंत्री निर्मल कुमावत ने इस दुर्घटना पर शोक जताते हुए अपनी संवेदनाएं व्यक्त की है। उन्होंने परिजनों को भी भरोसा दिलाया है कि वे इस दुख की घड़ी में हर तरीके से आपके साथ हैं।

NO COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version