लोक टुडे न्यूज नेटवर्क
विजय कपूर की रिपोर्ट
बीकानेर। बसंत पंचमी महोत्सव पर रविवार को शहर में बसंत का रंग छाया रहा। हर तरफ हर्ष और उल्लास के महौल को देखा तो किसी कवि की ‘पीताम्बर ओढ़े है धरती, यौवन छाया है हर ओर मां सरस्वती पद्मासन पर हो रही विभोर नील गगन में उड़ी पंतगे,भंवरों ने भरी उन्मुक्त उड़ान हम भी पाएं विद्या का वर,हे मां दो तुम ये वरदान पंक्तियां साकार होती नजर आई। इस अवसर शहर के मंदिरों में पूजन हुए। विद्या की देवी सरस्वती की प्रतिमाओं को पीले वस्त्र पहनाकर शृंगार किया गया। पूजा-अर्चना के बाद रेवडियों का प्रसाद वितरण किया गया। श्रद्धालुओं ने एक दूसरे के माथे पर गुलाल का तिलक लगाया।नागरी भंडार,पब्लिक पार्क स्थित सरस्वती माता प्रतिमा,लालीमाई पार्क के समीप जिया भवन में सरस्वती माता का पूजन किया गया। संगीत कला संस्थाओं, होली से पूर्व होने वाली रम्मतों के पूर्वाभ्यास के लिए संस्थाओं ने वाद्य यंत्रों का पूजन किया। जस्सूसर गेट क्षेत्र में चंग पूजन किया। विधिवत रूप से धमाल गीत शुरु हुए। चौथानी ओझा चौक में लटियाल कला केन्द्र,नत्थूसर गेट के अंदर फक्कड़दाता रम्मत संस्थान,बिस्सा चौक में आशापुरा नाट्य कला संस्थान, शिक्षा निदेशालय कर्मचारी पर्यावरण रक्षा एवं वृक्ष मित्र समिति की ओर से शिक्षा निदेशालय में मां सरस्वती का पूजन किया गया।श्री जुबिली नागरी भण्डार बीकानेर केपंडित गोपाल गौतम, पंडित विमल गौतम, लोकेश गौतम, गौरव उपाध्याय, धीरज, दीपांशु आनंद गौतम शामिल रहे।