लोक टुडे न्यूज नेटवर्क
आम नागरिक का कहना है कि प्रशासन मिलावटखोरों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करें,बड़े पैमाने पर दूध के नाम पर बिक रहा है जहर
विजय कपूर की रिपोर्ट
बीकानेर,राजस्थान कोऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन लि.(आरसीडीएफ) जयपुर के निर्देशानुसार उरमूल डेयरी बीकानेर के विपणन व गुण नियंत्रण विभाग के संयुक्त तत्वावधान में “दूध का दूध और पानी का पानी-शुद्ध के लिए युद्ध” अभियान में आम उपभोक्ताओं के घर आने वाले खुले दूध की शुद्धता की जांच कर मौके पर ही परिणाम रिपोर्ट बता कर आमजन को नकली व मिलावटी दूध से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभावों के प्रति स्थानीय उरमूल डेयरी द्वारा जागरूक किया जा रहा है।यह अभियान आगामी 17 फरवरी तक चलेगा।रविवार को छोड़कर सोमवार से शनिवार तक प्रतिदिन निर्धारित समय व स्थान पर जांच शिविर आयोजित किया जाता है।उरमूल डेयरी के एमडी बाबूलाल बिश्नोई ने बताया कि बीकानेर में अब तक कुल 367 दूध के सैम्पल की जांच की, जिनमें से केवल 58 सैम्पल पास हुए।शेष सभी 309 सैम्पल्स में पानी सहित स्ट्रेच, नमक, ग्लूकोज व अनेक प्रकार की मिलावट पाई गई।आज का दूध जांच शिविर शनिश्चर मन्दिर स्थित सरस बूथ संख्या- 70 पर आयोजित हुआ।
अभियान प्रभारी शुभम गुलाटी ने बताया कि कुल 31 सैम्पल जांच के लिए आए, जिसमें से 29 सैम्पल फैल और केवल 02 सैम्पल पास हुए।02 सैम्पल ऐसे भी थे, जिसमें स्टार्च और सुक्रोज की मिलावट पाई गई।बूथ संचालक शिवप्रकाश ने भी जांच शिविर में सहयोग किया।उरमूल डेयरी की तरफ से दूध जांच करवाने वाले उपभोक्ताओं को उरमूल डेयरी की ओर से फ्री गिफ्ट हैम्पर दिया जाता है।अगला शिविर शुक्रवार को सुदर्शना नगर,पवनपुरी स्थित बूथ संख्या- 1274 पर लगेगा।आज के अभियान पर स्थानीय उपभोक्ताओं विजयसिंह, मीनू देवी, गीता, कैलाश मोदी, चिरंजीवी, शेरसिंह आदि ने उरमूल डेयरी के इस जनजागरूकता अभियान की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रशासन को मिलावट खोरों के विरुद्ध शक्त कार्यवाही करनी चाहिए।दूध जांच अभियान भी पूरे साल चलना चाहिए।