जयपुर। आरपीएससी आर ए एस की मुख्य परीक्षा 25 व 26 फरवरी को आयोजित करेगी। मुख्य परीक्षा देने वाले अधिकांश विद्यार्थी परीक्षा की तैयारियों में जुटे हुए हैं। जबकि कुछ छात्र परीक्षा तिथि आगे बढ़ाने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। यह सब समझ से परे है कि जिन युवाओं ने आर एस 2021 मुख्य परीक्षा 25 और 26 फरवरी को देनी है, वह कैसे धरना प्रदर्शन करके अपना समय खराब कर रहे हैं? इनमें से कुछ अभ्यर्थियों का आरोप है कि यह परीक्षा की तैयारी करने के लिए उन्हें वक्त कब मिला है। आरएएस का परिणाम 19 नवंबर 2021 को जारी किया गया और उसके बाद सिलेबस में बदलाव करके 3 महीने बाद ही-पेपर मुख्य पेपर की तारीख तय कर दी गई । इससे कई छात्रों को तैयारी करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है । लेकिन इसके पीछे राजनीतिक साजिश नजर आ रही है । जो राज्य में किसी भी तरह की भर्तियां नहीं होने देना चाहते हैं। क्योंकि यदि यह परीक्षा आगे खिसकती है तो सकती है तो फिर पूरा आरपीएससी का शेड्यूल बिगड़ेगा जो छात्र सीरियसली तैयारी कर रहे हैं वे परीक्षा की तैयारी में जुटे है। लेकिन जिनको राजनीति करनी है, उनका काम राजनीति करना ही है वे राजनीति कर रहे है। उनका मुख्य परीक्षा से कोई लेना देना नहीं है । मुख्य परीक्षा देने वाले छात्रों का कहना है की छात्र परीक्षा की तैयारी में जुटे हैं । उनका कहना है कि जब लक्ष्य सामने है, तारीख तय है तो ऐसे समय में विरोध प्रदर्शन करके अपना समय खराब नहीं कर सकते। इसलिए हम लोग तैयारी में जुटे हैं और आरपीएससी को निर्धारित तारीख पर ही परीक्षा करानी चाहिए ,जो विरोध कर रहे हैं। उनका हो सकता हो परीक्षा से कोई लेना देना नहीं हो या कोचिंग संस्थाओं से जुड़े हुए लोग हैं या फिर विपक्ष के लोग जो चाहते ही नहीं कि सरकार कोई भर्ती परीक्षा समय पर पृरी करा सके। सरकार को चाहिए कि आरएएस मुख्य परीक्षा समय पर ही आयोजित कराए जिससे समय पर परिणाम निकल सके।