जयपुर। कांग्रेस नेता शिवजी लाल मीणा ने मंत्रिमंडल पुनर्गठन और संगठन में नियुक्तियों में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ही बातों को अहमियत देने व उनकी सलाह अनुसार ही फैसले लेने की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मांग की है।
शिवजी ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि 40 साल से राजनीति करने वाले मुख्यमंत्री गहलोत राजनीति के चाणक्य हैं।उनकी सरकार को गिराने की साजिश रची गई, जब से उन्होंने मुख्यमंत्री का दायित्व संभाला है, तब से आज तक सरकार व उनकी कार्यप्रणाली को अपने ही विधायकों द्वारा कठघरे किया जाता रहा है और ऐसे विधायकों द्वारा सरकार व मुख्यमंत्री के खिलाफ बयानबाजी की जाती रही है,जो पहली बार विधायक बने हैं ,जिन्हें अभी राजनीति का ककहरा भी नहीं आया है।
शिवजी ने कहा ऐसे विधायकों के खिलाफ कार्रवाई तो दूर, बल्कि मंत्री बनने की लालसा पालना कहाँ तक उचित लगता है।
मीणा ने कहा राजस्थान में अगर कांग्रेस को मजबूत रखना है,2023 में फिर से कांग्रेस का राज लाना है,तो अशोक गहलोत को अहमियत देने का सिलसिला जारी रखना पड़ेगा,वहीं उन 120 विधायकों की भावनाओं को भी ध्यान में रख कर मंत्रिमंडल विस्तार व संगठन में नियुक्तियां देनी होंगी, जिन्होंने सरकार गिराने की साजिश रचने वालों को बेनकाव कर दिया और उनके मंसूबे पूरे न होने दिए,सरकार को साल भर पहले बचा लिया।
शिवजी ने सोनिया गांधी से अपील करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री की सलाह अनुसार ही मंत्रिमंडल विस्तार व संगठन नियुक्तियां करना ही पार्टी हित में रहेगा। उन पर किसी प्रकार का दबाव बना कर फैसला लिया गया,गलत लोगों को मंत्रिमंडल में शामिल करने व राजनीतिक नियुक्तियों में जगह दी गई,तो 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में फिर से सत्तारूढ़ होने का सपना साकार होना टेढ़ी खीर साबित होगा।
मीणा ने कहा मंत्रिमंडल विस्तार व राजनीतिक नियुक्तियों में मुख्यमंत्री के विषेशाधिकार को कोई चुनौती नहीं मिले,यही कांग्रेस सहित उन सभी विधायकों की राय है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का फैसला सर्वमान्य है और सरकार गिराने की साजिश रचने वालों को न मंत्रिमंडल में स्थान मिले और न ही राजनीतिक नियुक्तियों में शामिल किया जाए।
मुख्यमंत्री की बातों को तरज़ीह मिले, वफादार कार्यकर्ताओं का रखें ख्याल – मीणा
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