Home crime उधारी के पैसे मांगने पर महिला टीचर को पड़ोसियों ने जिंदा...

उधारी के पैसे मांगने पर महिला टीचर को पड़ोसियों ने जिंदा जलाया

0

प्राइवेट स्कूल में टीचर अनीता रेगर को बदमाशों ने जिंदा जलाया

6 वर्षीय बेटे के साथ स्कूल जाते समय पेट्रोल छिड़ककर लगाई आग महिला जान बचाने के लिए चिल्लाती रही, नहीं बचाई जान इलाज के दौरान सातवें दिन के दिन हुई मौत

जिंदा जलाने का वीडियो हुआ वायरल

जयपुर। अभी जालौर में एक दलित बच्चे की मौत का मामला शांत भी नहीं हुआ था कि राजधानी जयपुर में एक दलित महिला टीचर को बदमाशों ने उधारी के पैसे मांगने पर जिंदा जला दिया। करीब 7 दिन पहले हुई इस वारदात का एक सनसनीखेज वीडियो सामने आया है। यह घटना जयपुर शहर से मात्र 80 किलोमीटर दूर रायसर गांव की है ।जहां सुबह 8:00 बजे रेगरो के मोहल्ले मैं वीणा मेमोरियल स्कूल की टीचर अनीता रेगर अपने बेटे राजवीर के साथ स्कूल जा रही थी । इसी दौरान कुछ बदमाशों ने अनीता को घेर कर उस पर हमला कर दिया। महिला खुद को बचाने के लिए पास ही कालूराम रेगर के घर में घुस गई। उसने 100 नंबर और रायसर थाने को सूचना दी। लेकिन पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। इसके बाद आरोपियों ने महिला पर पेट्रोल छिड़ककर उसे जिंदा जला दिया। महिला चीखती, चिल्लाती रही लोग वीडियो बनाते रहे, लेकिन किसी ने भी उसकी मदद नहीं की। अनीता रेगर आग का गोला बनकर जिंदगी की भीख मांग रही थी। लेकिन उस पर किसी को भी तरस नहीं आया। किसी ने भी मदद करने की हिम्मत नहीं दिखाई।

महिला के पति ने पहुंचाया अस्पताल

हादसे की जानकारी मिलने के बाद घटनास्थल पर महिला का पति ताराचंद व परिवार के कुछ लोगों के साथ मौके पर पहुंचे और अनीता को जमवारामगढ़ के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया । जहां से उसे जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल के बर्न वार्ड में रेफर कर दिया गया। यहां 7 दिन जिंदगी और मौत के बीच लड़ती रही ।अनीता आज मंगलवार रात जिंदगी की जंग हार गई और उसकी मौत हो गई।

उधार के पैसे मांगने पर ली जान

महिला के पति ताराचंद के अनुसार अनीता ने आरोपियों को ढाई लाख रुपया उधार दिया हुआ था। महिला बार-बार पैसों के लिए तकाज़ा करती थी तो, यह लोग उसके साथ अभद्रता और मारपीट किया करते थे । इस संबंध में 7 मई को अनीता ने रायसर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। लेकिन पुलिस एफ आई आर दर्ज कर बदमाशों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की।

आरोपी अब तक फरार

ताराचंद ने बताया कि गांव के ही गोकुल, आनंदी ,रामकरण, बाबूलाल ,प्रह्लाद रेगर, मूलचंद, सुरेश चंद ,सुलोचना , सरस्वती रेगर ने पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी। जिससे बचने के लिए उसकी पत्नी ने लोगों से जान बचाने की गुहार लगाई, लेकिन बदमाशों के डर से किसी ने भी अनीता की मदद नहीं की।

डीजीपी से भी नहीं मिला न्याय

घटना के बाद ताराचंद 12 अगस्त को जयपुर में पुलिस मुख्यालय में डीजीपी से मिला। ताराचंद ने रायसर एसएचओ, एएसआई कबूल सिंह, पुलिसकर्मी विनोद गुर्जर पर बदमाशों को शरण देने और मिलीभगत का आरोप भी लगाया । लेकिन इसके बावजूद आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया।

पुलिस ने दबाया वीडियो

लोगों ने बताया कि हादसे का कॉलोनी के ही एक व्यक्ति ने वीडियो बनाया था। जो 11 अगस्त को मृतका अनीता के जेठ कैलाश के पास आ गया था। लेकिन उसके मना करने पर कैलाश ने शेयर नहीं किया। पुलिस ने कहा था कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा ।लेकिन पुलिस ने आज तक भी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया। ऐसे में परिवार ने थक कर वीडियो वायरल कर दिया, अब उम्मीद है कि आरोपी गिरफ्तार हो जाएंगे।

NO COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version