Home latest अशोक पाठक की मुहिम लाई रंग, कई अवैध बूचड़खानों को नोटिस

अशोक पाठक की मुहिम लाई रंग, कई अवैध बूचड़खानों को नोटिस

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अवैध रूप से संचालित 28 अवैध मीट की दुकानों नगर परिषद ने थमाए नोटिस

कार्रवाई के डर से कई दुकान बंद कर भागे

लोक टुडे न्यूज नेटवर्क

करौली। ( विशेष संवाददाता ) भाजपा के वरिष्ठ नेता और आरटीआई एक्टिविस्ट अशोक पाठक की मुहिम का असर अब करौली में देखने को मिल रहा है। सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी के अनुसार करौली जिले में एक भी मांस विक्रेता ने नगर परिषद से लाइसेंस नहीं ले रखा है। इसके बावजूद करौली जिले में सैकड़ो की संख्या में अवैध बूचड़खाने चल रहे हैं ,जिससे आमजन परेशान है ।

व्यापारियों ने किया कई बार धरना प्रदर्शन

हिंडौन सिटी में तो कई बार व्यापारी धरना प्रदर्शन भी कर चुके हैं। बाजार में ही बूचड़खाने से निकलने वाला खून और गंदगी नालों में बहती रहती है ,जिससे लोग परेशान रहते हैं । लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। जानकारी जुटाने पर पता लगा कि करौली जिले में एक भी बूचड़खाना सरकार की स्वीकृति से नहीं चल रहा है । इस विषय को गंभीरता से लेते हुए भाजपा नेता अशोक पाठक ने जिला कलेक्टर, पुलिस अधिकारियों को ज्ञापन दिए और बताया कि जब करौली जिले में एक भी बूचड़खाने को चलाने की अनुमति नहीं है, किसी ने लाइसेंस के लिए अप्लाई नहीं किया, तो फिर यह सब लोग अवैध रूप से संचालित कर रहे हैं ,जिससे गंदगी की फैल रही है और सरकार को राजस्व का भी नुकसान हो रहा है, क्यों नहीं इनको बंद कर दिया जाए। अशोक पाठक ने बार-बार जिला प्रशासन को इसकी शिकायत की इस पर हरकत में आए जिला प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए करौली जिला मुख्यालय पर अवैध रूप से संचालित पाए गए 28 बूचड़खाने एवं कत्ल खानों के संचालकों को नोटिस थमाते हुए भविष्य में बूचड़खाने संचालित नहीं करने के लिए पाबंद किया।

बूचड़खाना संचालकों में मचा हड़काम

उन्होंने हिंडौन सिटी में जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के माध्यम से कार्रवाई करवाते हुए दर्जनों कि संख्या में बूचडखानों को पूरी तरह से बंद करवा दिया गया है । अशोक पाठक ने – जानकारी देते हुए कहा कि जिला मुख्यालय पर तीन दर्जन से अधिक बूचड़खाने और कत्ल खाने संचालित है, जिनके विरुद्ध जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन कार्रवाई नहीं कर रहा है।

अशोक पाठक ने दिए बार-बार ज्ञापन

करौली जिला कलेक्टर नीलाभ सक्सेना ने जिला पुलिस अधीक्षक सहित नगर परिषद आयुक्त को कार्यवाही करने की बात कही। इस मामले में हरकत में आई नगर परिषद प्रशासन ने करौली शहर में अवैध रूप से चल रहे बूचड़खाने और कत्ल खानों का सर्वे करते हुए जिला मुख्यालय पर संचालित पाए गए 28 बूचड़खाने संचालकों को नोटिस थमाए गये है।

भीड़ भरे बाजारों में खुलेआम चल रहे थे कत्ल खाने

पाठक ने बताया कि मीट शॉप का संचालन घनी आबादी क्षेत्र में खुले आम किया जा रहा है जिससे राहगीरों को आने-जाने में बहुत परेशानी होती है इसके अतिरिक्त आप द्वारा पशु वध के उपरांत बचे हुए अपशिष्टों का निस्तारण भी समुचित रूप से नहीं किया जाता है। उक्त कृत्य से गंभीर बीमारियां फैलने की आशंका है उक्त कृत्य नगर पालिका अधिनियम के अंतर्गत उलंघनीय एवं दंडनीय है ।उन्होंने चेतावनी दी है कि तुरंत प्रभाव से अवैध रूप से चल रहे हैं बूचड़खाने एवं मीट शॉप को बंद करना सुनिश्चित करें अन्यथा सबके विरुद्ध नगर पालिका अधिनियम 2009 एवं अन्य सुसंगत नियमों के अंतर्गत विधि संवत कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। यदि यदि नगर पालिका इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं करती है तो पाठक ने बड़े स्तर पर आंदोलन करने की चेतावनी भी दी है। भाजपा नेता अशोक पाठक की शिकायत के बाद नगर परिषद में अवैध बूचडखाना संचालकों और मीट शॉप संचालकों को में हडकंप मच गया है और अवैध बूचडखाना संचालक अपनी-अपनी दुकानों को छोड़कर भूमिगत से होते दिखाई दे रहे हैं। बावजूद इसके भी अभी तक भी करौली जिले में बड़ी संख्या में अवैध बूछड़खान और मांस की दुकानें संचालित हो रही है जिन पर कार्रवाई होना शेष है।

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