जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर दिल्ली में अमर जवान ज्योति पर 50 सालों से जल रही ज्योति को बुझा कर कर नेशनल वॉर मैं म्यूजिम की ज्योति में विलय करने का विरोध किया है।। उन्होंने एक बयान जारी कर कहा कि इस तरह करने से इतिहास नहीं बदला करते।
“इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति को बुझाकर दो ज्योतियों को एक करने का औचित्य हर किसी की समझ से बाहर है। अगर शहीदों के सम्मान में दो अलग-अलग ज्योति जलती रहतीं तो मोदी सरकार को क्या परेशानी थी? 50 वर्षों से शहीदों को नमन कर रही अमर जवान ज्योति को बन्द करना शहादत का अपमान है।”
“ऐसे कुकृत्य करना इतिहास बदलने का प्रयास है परन्तु मोदी सरकार को ये समझ लेना चाहिए कि ऐसे प्रयासों से इतिहास नहीं बदलता बल्कि महान कार्य कर स्वर्णिम इतिहास बनाना पड़ता है।”
“अमर जवान ज्योति पाकिस्तान के दो टुकड़े करने वाले सैनिकों की स्मृति थी। इसको बन्द कर ‘मर्जर’ का नाम देना उस ज्योति की पवित्रता को कमतर करने का प्रयास है। बांग्लादेश युद्ध विजय के 50 वर्ष पूर्ण होने पर ऐसा कृत्य करना घोर निंदनीय है।”