लोक टुडे न्यूज नेटवर्क
जयपुर। गुलाबी नगर जयपुर के आराध्य देव गोविंद देव मंदिर में भक्तगण सालों से होली खेलने आए हैं, लेकिन इस बार मंदिर प्रशासन न जाने किन लोगों की सलाह पर मंदिर परिसर में होली खेलने पर पूरी तरह से रोक लगा दी ,जिसके चलते आज मंदिर में सन्नाटा पसरा रहा । वहीं पहली बार जयपुर के चौड़ा रास्ता स्थित तारकेश्वर मंदिर में इस बार भक्तों के लिए होली खेलने का खास इंतजाम किया गया । यहां हजारों की संख्या में भक्त होली के गीतों पर जमकर नाचते रहे और रंग गुलाल उड़ाते रहे । ऐसा माहौल लग रहा था कि सारे लोग अपने भोले बाबा के साथ मिलकर होली खेल रहे हो । गोविंद देव जी के मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं का यह कहना था की भक्त और भगवान के बीच इस तरह से प्रशासन ने जो रुकावट डालने का काम किया ,वह ठीक नहीं है। आज गोविंद देव जी के मंदिर में भी भक्त और भगवान जमकर होली खेलते । भक्तों को साल में एक बार भगवान के साथ होली खेलने का अवसर मिलता है। लेकिन इस बार मंदिर प्रशासन ने भक्तों की सभी तरह के होली खेलने पर प्रतिबंध लगा दिया। यहां तक की चप्पल खोलना तक पर प्रतिबंध लगा दिया। इसके चलते आज मंदिर में लोग भगवान के दर्शन कर सके और सीधे चले गए । उन्हें यहां किसी भी तरह का भगवान को रिझाने का मौका नहीं मिला । लेकिन इसकी पूर्ति की तारकेश्वर मंदिर प्रशासन ने जहां भक्तों की सुविधा के लिए डीजे लगाया गया और रंग गुलाल की बौछार भक्तों पर की गई । भक्तों ने जमकर यहां पर भोले बाबा को भांग का भोग लगाया वहीं कई ने भांग भी गटक ली। भोले बाबा के दरबार में अपनी हाजिरी लगाई, जिसमें माहौल मस्त हो गया। ऐसा लगा जयपुर की असली होली का मजा तारकेश्वर महादेव मंदिर में ही देखने को मिला।