लोक टुडे न्यूज नेटवर्क
नई पीढ़ी को देश की मूल संस्कृति व गौरवमयी इतिहास को समझना जरूरी – राज्यपाल
’‘वैश्विक संदर्भ में भारतीय ज्ञान परंपरा, अंतर्दृष्टि और नवाचार‘‘ विषय पर आयोजित राष्ट्रीय कांफ्रेंस में बतौर मुख्य अतिथि की शिरकत
हेलीपैड पहुंचने पर संभागीय आयुक्त व जिला कलक्टर ने किया स्वागत
भीलवाडा (विनोद सेन)। राज्यपाल हरिभाऊ बांगडे ने कहा कि वर्तमान नई पीढ़ी को देश की मूल संस्कृति व गौरवमयी इतिहास को समझना जरूरी है। प्राचीन समय से ही भारत देश विशाल व संपन्न रहा है। भारतीय परंपरा व भारतीय ज्ञान की समझ वर्तमान पीढ़ी में बेहद जरूरी है ।
राज्यपाल बांगडे भीलवाड़ा जिले के शाहपुरा में ’वैश्विक संदर्भ में भारतीय ज्ञान परंपरा, अंतर्दृष्टि और नवाचार’ विषय पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस के उद्घाटन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
राज्यपाल ने संबोधित करते हुए कहा कि राजस्थान प्रदेश वीरों व शौर्य की भूमि है। यहां पृथ्वीराज चौहान, महाराणा प्रताप जैसे शासक हुए, जिनकी वीर गाथाओं का भारतीय इतिहास में वर्णन है।
राज्यपाल बागडे ने कहा कि प्राचीन समय में नालंदा विश्वविद्यालय जिसमें विश्वभर से विद्यार्थी अध्ययन करने के लिए आते थे। केंद्र सरकार फिर से नालंदा विश्वविद्यालय को उसी रूप में पुनः खड़ा करने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने कहा कि इतिहास बनाना पड़ता है। देश के इतिहास व संस्कृति को बचाने में कई बुद्धिजीवी व महान लोगों ने योगदान दिया व ज्ञान, परंपरा का प्रचार प्रसार भी किया ।
राज्यपाल ने कहा कि देश के पास प्राचीन समय में ही अद्भुत कला व शक्तियां रही है यही देश की ज्ञान व परंपरा का उदाहरण है। राज्यपाल ने नई शिक्षा नीति के प्रति शिक्षकों व विद्यार्थियों को रुचि लेने को प्रेरित किया।