जयपुर । रीट परीक्षा प्रकरण में राजस्थान सरकार ने बड़ा फैसला लिया है । कैबिनेट की बैठक के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से रीट लेवल 2 की परीक्षा को रद्द करने का ऐलान किया । मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि रीट लेवल वन की परीक्षा निरस्त नहीं होगी। इस साल रेट लेवल 1 पास करने वाले अभ्यर्थियों को मेरिट के आधार पर नियुक्ति दे दी जाएगी ।इन्हें कोई दूसरी परीक्षा नहीं देनी होगी। 62000 पदों पर भर्ती होगी। रीट लेवल 2 की परीक्षा अगस्त तक आयोजित कराने की संभावना है
अब दो चरणों में होगी परीक्षा
गहलोत ने कहा कि रीट लेवल वन और लेवल टू मिलाकर कुल 62000 पदों पर भर्ती की जाएंगी। लेवल -1 के 15000 पद अलग रह जाएंगे। पहले की तरह ही एलिजिबिलिटी टेस्ट होंगे। वैलिडिटी आजीवन रहेगी, विषय वार अलग से एग्जाम करवाए जाएंगे।
एलिजिबिलिटी टेस्ट के बाद भर्ती परीक्षा होगी।
रीट प्रमाण पत्र की वैलिडिटी आजीवन रहेगी। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि अब रेट प्रमाण पत्र की वैलिडिटी आजीवन रहेगी। इससे पहले रीट के सर्टिफिकेट की वैलिडिटी 3 साल थी जिसे लेकर काफी विरोध था। तीन साल से एग्जाम नहीं होने के चलते रीट 2018 के 2लाख 53 हज़ार प्रमाण पत्र की वैधता खत्म हो गई थी ।
कमेठी की रिपोर्ट के बाद करेंगे एग्जाम की घोषणा
मुख्यमंत्री ने बताया कि जस्टिस व्यास की अध्यक्षता में होने वाली कमेटी की रिपोर्ट 15 मार्च तक आएगी रिपोर्ट मिलते ही एग्जाम की तारीख बता देंगे विधानसभा सत्र में सरकार कड़ा कानून लेकर आएगी जिससे कोई भी नकल जैसा कदम नहीं उठा सकेगा