लखनऊ ।जिन्हें हम धरती का भगवान कहते हैं वह डॉक्टर भी अपने पेशे के साथ बहुत ही नाइंसाफी करते हैं और कई बार तो इंसानियत को शर्मसार करने वाले कदम भी उठा लेते है। ऐसा ही कुछ मामला सामने आया लखनऊ का जहां एमसी सक्सैना मेडिकल कॉलेज में मान्यता के लिए ढाई सौ से ज्यादा मजदूरों को बंधक बना लिया। यही नहीं मजदूरों को अस्पताल के वार्ड में भर्ती भी कर दिया और उन्होंने कहा उन्हें लेटने के लिए कहा गया। मजदूरों को इसके बदले ₹500 थे इसलिए मजदूर लेट भी गए और बीमार होने का नाटक भी कर लिया। लेकिन जब मजदूरों को डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ ने मजदूरों के असली इंजेक्शन लगाना शुरू किया तो मजदूर से डर गए और मजदूरों ने इसका विरोध किया। मौका देखकर एक मजदूर फरार हो गया और उसकी सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी मजदूरों को रिया कराया और अस्पताल के मालिक के बेटे को अरेस्ट कर लिया।
मेडिकल कॉलेज की मान्यता के लिए रचा सारा खेल
पुलिस ने बताया कि यह मामला ठाकुरगंज थाना क्षेत्र के एमसी सक्सेना मेडिकल कॉलेज का है। दुबग्गा में इससे सम्बध्द डॉ आर आर सिन्हा मेमोरियल हॉस्पिटल है ।अस्पताल के भीतर सभी मजदूरों को ले जाया गया। सभी मजदूरों को लेटने के लिए कहा गया । सभी मजदूर लेट गए इसके बाद कर्मचारी ने कुछ मजदूरों को भी इंजेक्शन लगाने लगे। बताया जा रहा है कि इन मजदूरो में से कुछ मजदूरों को जबरन सुई लगाई गई । इसी पर बवाल हो गया। इस दौरान मौका पाकर अंश नामक मजदूर अस्पताल से भागने में कामयाब हो गया। जिसने अस्पताल की करतूत की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और पुलिस की टीम में सभी मजदूरों को घर भिजवाया। स्वास्थ्य महकमे की टीम भी मौके पर पहुंच गई है डिप्टी सीएमओ ए पी सिंह अस्पताल पहुंचे केडी मिश्रा पहुंचे और मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी।