लोक टुडे न्यूज नेटवर्क
नवीन शर्मा
करौली। राजस्थान राज्य भारत स्काउट व गाइड जिला मुख्यालय करौली के तत्वाधान में स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल टोडाभीम में वेस्ट टू बेस्ट कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें स्काउट गाइड बालक बालिकाओं ने अनुपयोगी सामग्री से आकर्षक उपयोगी सामग्री बनाकर सभी को आश्चर्यचकित कर दिया एवं पर्यावरण संरक्षण का नमूना प्रस्तुत किया ।
स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल टोडाभीम के प्रधानाचार्य भय सिंह मीणा ने बताया की राजस्थान राज्य भारत स्काउट गाइड जिला मुख्यालय करौली द्वारा पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण ,ऊर्जा संरक्षण ,नशा मुक्ति, स्वच्छता, बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ, सौर ऊर्जा संरक्षण एवं वेस्ट टू बेस्ट के प्रति जन जागृति उत्पन्न करने की दृष्टि से निरंतर कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है। स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल टोडाभीम में वेस्ट टू बेस्ट कार्यशाला के आयोजन के तहत निबंध, पोस्टर, भाषण एवं मॉडल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें पोस्टर प्रतियोगिता में 42 ,निबंध प्रतियोगिता में 48 ,भाषण प्रतियोगिता में 60 एवं मॉडल प्रतियोगिता में 55 बालक बालिकाओं ने भाग लिया। इस कार्यशाला में बालक बालिकाओं ने किस प्रकार अनुपयोगी सामग्री को उपयोगी बनाया जा सकता है तथा पर्यावरण को किस तरह बचाया जा सकता है के बारे में अपने विचार प्रकट किये। निबंध प्रतियोगिता में लेखनी के माध्यम से जबकि पोस्टर प्रतियोगिता में कलर के माध्यम से तथा मॉडल प्रतियोगिता में पुरानी एवं अनुपयोगी सामग्री से उपयोगी सामग्री बना करके पर्यावरण के प्रति अपने संकल्प को दोहराया ।
सचिव स्थानीय संघ टोडाभीम गिरिराज सिंह के अनुसार मॉडल प्रतियोगिता में प्रथम स्थान रवि जांगिड़ जबकि द्वितीय स्थान राशि जाटव ने प्राप्त किया । निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान यशराज अवस्थी ने जबकि द्वितीय स्थान प्रत्युषा राजावत ने प्राप्त किया। पोस्टर प्रतियोगिता में वंदना मीणा प्रथम स्थान जबकि निशा बैरवा द्वितीय स्थान पर रही । भाषण प्रतियोगिता में प्रत्युषा राजावत ने प्रथम स्थान जबकि सिमरन बैरवा ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया ।
इस अवसर पर आयोजित इस कार्यशाला में सीओ स्काउट अनिल कुमार गुप्ता ने कई प्रकार की अनुपयोगी वस्तुओं को किस तरह उपयोगी एवं आकर्षक बनाया जा सकता है की जानकारी प्रदान की उन्होंने कहा कि हमें पर्यावरण की रक्षा के लिए हमारे घर में पड़ी अनुपयोगी वस्तुओं को बाहर सड़क पर नहीं फेंकना चाहिए उनसे डेकोरेशन की अथवा उपयोगी वस्तुएं बना लेनी चाहिए उन्होंने अखबार की रद्दी के सदुपयोग के बारे में बताया कि पूर्व में महिलाएं घर में होने वाले अनुपयोगी कागज की ढकोली वगैरह बना लिया करती थी जो घर में सामान रखने के काम आती थी इसी तरह कपड़े के छोटे-छोटे टुकड़ों से बंधन बार आदि बनाया जा सकता है।
कार्यशाला में अपने विचार व्यक्त करते हुए प्रधानाचार्य स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल टोडाभीम ने कहा कि आज हम आधुनिकता की दौड़ में अपने पर्यावरण को अत्यधिक नुकसान पहुंचा रहे हैं और किसी भी चीज का महत्व नहीं समझ रहे हैं हमें पुरानी एवं अनुपयोगी वस्तुओं को उपयोग में लाकर पर्यावरण संरक्षण में अपने कर्तव्य को समझना चाहिए । आज के समय में राजस्थान राज्य भारत स्काउट व गाइड बच्चों को सेवा व संस्कार सिखाने का कार्य कर रहा है जो सराहनीय है।
इस अवसर पर वरिष्ठ अध्यापक विक्रम जी के द्वारा गाय के गोबर से गोबर गैस पुराने एवं अनुपयोगी बल्बों से गमले बनाना अनेको उदाहरणों के माध्यम से उपयोगी सामान बनाने के बारे में अपने विचार प्रकट किए।
सचिव स्थानीय संघ करौली मुकेश कुमार सारस्वत ने कहा कि पर्यावरण के प्रति प्रत्येक देशवासी का कर्तव्य है और हम अनुपयोगी सामान को बाहर न फेंक कर उपयोगी सामान बना सकते हैं और उन्हें सदुपयोग के रूप में उपयोग कर सकते हैं यह पर्यावरण के प्रति हमारी बहुत बड़ी सेवा होगी ।
इस अवसर पर स्वामी विवेकानंद राजकीय माॅडल स्कूल टोडाभीम के स्टाफ के अध्यापकों संदीप भाटी,फूलचंद मीना ,रजनी शर्मा,राजेश सिंह गुर्जर स्काउटर,सौरभ कुमार मीना,शिवराम मीना आदि ने निर्णायक की भूमिका निभाई।