लोक टुडे न्यूज नेटवर्क
गंगापुर सिटी (बनी सिंह मीना) देवली उनियारा से निर्दली प्रत्याशी नरेश मीणा की रिहाई की मांग को लेकर सोमवार को लोगों ने उदेई मोड़ से कलेक्ट्रेट तक रैली निकाल और नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद कलेक्टर डॉ. गौरव सैनी को ज्ञापन देकर नरेश मीणा की रिहाई की मांग की।
सोमवार को उदेई मोड़ पर दर्जनों युवा कार्यकर्ता उदेई मोड़ थोक फल -सब्जी मंडी पर एकत्रित हुए। यहां से सभी रैली के रूप में नरेश मीणा की रिहाई की मांग को लेकर नारे लगाते हुए रवाना हुए। रैली उदेई मोड़ थोक फल-सब्जी मंडी से पुरानी चुंगी, फव्वारा चौक, पंचायत समिति, कलेक्ट्रेट सर्किल होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंची। रैली में पुलिस के जवान और खुद पुलिस उपाधीक्षक संतराम सहित अन्य पुलिस अधिकारी साथ चल रहे थे।
रैली के कलेक्ट्रेट पहुंचने पर यहां कार्यकर्ताओं ने नरेश की रिहाई को लेकर जमकर नारेबाजी की। इसके बाद कलेक्टर डॉ. गौरव सैनी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया। ज्ञापन देने के दौरान जवानसिंह, पिंटू मीणा, कुंजीलाल, नरेन्द्र, लाला, जमनालाल बैरवा, हुकम, संदीप, अकलेश आदि ने बताया कि ग्रामीणों ने 13 नवंबर को उपचुनाव में मतदान नहीं करने का निर्णय लिया। मतदान के दिन भी किसी ग्रामीण ने मतदान नहीं किया, उल्टे ग्रामीण मतदान केन्द्र से कुछ दूर धरना प्रदर्शन कर अपनी मांग कर रहे थे। धरना प्रदर्शन में निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा भी शामिल हुए लेकिन इसी दौरान मौके पर मौजूद उपखंड अधिकारी अमित चौधरी द्वारा गांव की एक आशा सहयोगिनी व अन्य लोगों पर दबाव बना मतदान कराया। इस बात पर नाराज होकर निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा द्वारा आवेश में आकर थप्पड़ जड़ दिया।
इसके बाद पुलिस प्रशासन ने धरना स्थल आकर आशु गैस के गोले दागे, हवाई फायरिंग कर दी और ग्रामीणों पर लाठी चार्ज कर दिया। ग्रामीणों में भगदड़ मच गई और काफी संख्या में ग्रामीण चोटिल हो गए। उन्होंने आरोप लगाया कि उक्त घटना व कार्रवाई सोची समझी साजिश के तहत की गई है। प्रशासन ने बेवजह नरेश मीणा और युवाओं व प्रत्याशी मीणा के समर्थकों को गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने प्रशासन द्वारा समरावता गांव में की गई घटना में दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने, निर्दोष लोगों को तत्काल रिहा करने, गांव में भय का माहौल बना हुआ है, वहां शांति बनाने के तत्काल पुलिस जाप्ता हटाने, नरेश मीणा के खिलाफ गुनाह किए मुकदमें में कार्रवाई करने, ग्रामीणों के नुकसान का मुआवजा दिए जाने, घटना में घायल ग्रामीणों का मेडिकल करवा कानूनी कार्रवाई करने आदि की मांग की।