लोक टुडे न्यूज नेटवर्क
प्रदेश में युवाओं की उम्मीदों को पूरा करने वाला अनुकूल वातावरण
कौशल और उद्यमिता विकास से युवा बना आत्मनिर्भर
पूर्ववर्ती सरकार की निष्क्रियता से बढ़ा वैकेंसी बैकलॉग
समयबद्ध भर्ती परीक्षाओं का आयोजन हमारी प्रमुख प्राथमिकता
– मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा
– मुख्यमंत्री ने 30 हजार 907 करोड़ के 76 हजार 574 कार्यों का किया लोकार्पण एवं शिलान्यास
जयपुर । मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के युवाओं को रोजगार देकर उनके सपनों को साकार कर रही है। साथ ही, युवाओं में कौशल और उद्यमिता का विकास कर उन्हें आत्मनिर्भर भी बना रही है, जिससे वे विकसित राजस्थान के लक्ष्य में अपना सक्रिय योगदान दे सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने भर्ती प्रक्रियाओं को समय पर पूरा करने और सरल बनाने के लिए कई नीतिगत निर्णय लिए हैं।
मुख्यमंत्री रविवार को बिडला ऑडिटोरियम में आयोजित चतुर्थ मुख्यमंत्री रोजगार उत्सव एवं विभिन्न विकास कार्यों के लोकार्पण एवं शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी कहते हैं कि युवा शक्ति परिवर्तन की वाहक होने के साथ ही परिवर्तन की लाभार्थी भी है। युवाओं को यह तय करने का अधिकार है कि विकसित भारत कैसा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मोदी के नेतृत्व में गत 10 वर्षों में देश में अभूतपूर्व परिवर्तन आए हैं। 1893 में स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था कि 21वीं सदी भारत की होगी। आज हमारे प्रधानमंत्री उनकी बात को चरितार्थ कर रहे हैं।
असफलता मजबूरी नहीं, मजबूती
शर्मा ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने राष्ट्र को राह दिखाने का कार्य किया और देश में अध्यात्म और संस्कृति को बढ़ावा दिया। आज देश उनकी जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मना रहा है। यह दिन हर युवा के लिए नई प्रेरणा और नए संकल्प लेने का दिन है। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी का युवाओं को संदेश था कि असफलता स्वाभाविक है। यदि आप एक हजार बार भी असफल होते हो तो एक बार फिर प्रयत्न करो। मुख्यमंत्री ने कहा असफलता मजबूरी नहीं मजबूती होती है।
पेपरलीक पर सख्त कार्रवाई से युवाओं को मिला न्याय
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश में युवाओं की उम्मीदों को पूरा करने वाला माहौल तैयार किया है। राज्य में पारदर्शिता से भर्तियां हो रही हैं और परिश्रमी एवं योग्य युवा तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के समय में पेपरलीक की घटनाओं और समय पर परीक्षाओं का आयोजन नहीं होने से युवाओं के साथ अन्याय हुआ। लेकिन हमारी सरकार ने एसआईटी का गठन कर पेपरलीक माफिया पर सख्त कार्रवाई की। यह लड़ाई सिर्फ एक सुधार की नहीं, बल्कि हमारे युवाओं के भविष्य को सुरक्षित करने की है। हम युवाओं को रोजगार देकर उनके सपनों को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है।
13 हजार 500 से अधिक युवाओं को मिली नियुक्तियां
शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार ने भर्ती प्रक्रियाओं को समय पर पूरा करने और सरल बनाने के लिए कई नीतिगत फैसले लिए हैं। समान पात्रता परीक्षा (सीईटी) के क्वालिफाई अंक समस्त श्रेणियों के लिए न्यूनतम 40 प्रतिशत और एससी-एसटी के लिए 35 प्रतिशत कर दिए हैं। अब संबंधित विभाग ही दस्तावेज सत्यापन संबंधी कार्य संपादित करता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अब तक 47 हजार सरकारी नियुक्तियां दी हैं। आज ही 13 हजार 500 से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र मिले हैं। इसके अतिरिक्त 15 हजार नियुक्तियां भी प्रक्रियाधीन हैं। हम न्यायालय में लंबित भर्तियों के संबंध में भी प्रभावी पैरवी करवाकर जल्द से जल्द उन्हें आगे बढ़ाएंगे।
पूर्ववर्ती सरकार की निष्क्रियता से बढ़ा बैकलॉग
शर्मा ने कहा कि हमारी सरकार ने 81 हजार पदों के लिए भर्ती परीक्षा का कैलेंडर घोषित किया है। इनमें से 50 हजार से अधिक पदों पर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती होगी। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में वैकेंसी का बैकलॉग इसलिए बना क्योंकि विभिन्न विभागों में रिक्त पदों पर भर्ती निकालने के मामले में पूर्ववर्ती सरकार निष्क्रिय रही।
खनन नीति से सृजित होंगे एक करोड़ रोजगार के अवसर
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने नई खनन नीति के माध्यम से एक करोड़ नौकरियों के सृजन का लक्ष्य तय किया है। इसके साथ ही, हम पर्यटन और अन्य क्षेत्रों में भी हजारों नई नौकरियों के अवसर सृजित कर रहे हैं। राजस्थान इस समय प्रगति के स्वर्णिम दौर में है और यह हमारे युवाओं की शक्ति से तेजी से बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि आज लगभग 31 हजार करोड़ रुपये की लागत के 76 हजार से अधिक विकास कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण किया गया है। इनमें 20 हजार 320 करोड़ रुपये के 15 हजार 184 कार्यों का शिलान्यास तथा 10 हजार 587 करोड़ रुपये के 61 हजार 390 कार्यों का लोकार्पण शामिल है।
मुख्यमंत्री ने नवनियुक्त कार्मिकों से किया संवाद
मुख्यमंत्री ने इस दौरान वीसी के माध्यम से विभिन्न जिलों के नवनियुक्त कार्मिकों से संवाद किया। उन्होंने बाड़मेर से चंपाराम, प्रतापगढ़ से कुसुमलता मीणा, भरतपुर से शोभित शर्मा, बारां से कृष्णा कुमारी तथा अलवर से प्रमोद कुमार सहित अन्य कार्मिकों से नियुक्ति मिलने के बाद के अनुभव जाने। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने विकास कार्यों के संदर्भ में विधायकों से भी चर्चा की।
उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने वीसी के माध्यम से संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कहते हैं कि सपने देखने वालों के ही सपने साकार होते हैं। राष्ट्र की उन्नति में युवाओं की अहम भूमिका है। संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में प्रदेश के विकास के नए आयाम स्थापित किए। सरकार के कार्यकाल के पहले ही साल में ऐतिहासिक बजट पेश किया।
इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक यू.आर. साहू, अतिरिक्त मुख्य सचिव ऊर्जा आलोक सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण एवं बड़ी संख्या में नवनियुक्त कार्मिक उपस्थित रहे। राज्य के विभिन्न जिलों से मंत्रीगण, विधायकगण एवं नवनियुक्त कार्मिक वीसी के माध्यम से जुड़े।
इन कार्याें का हुआ शिलान्यास: –
– पीएम कुसुम योजना के 1174 कार्य (10 हजार 569 करोड़ रुपये)
– 220 के.वी. जीएसएस के 12 कार्य (1233 करोड़ रुपये)
– 10 हजार ग्राम पंचायतों में पंचायत पौधशाला (500 करोड़ रुपये)
– 450 मेगावाट पूगल सोलर पार्क फेज-3 (196 करोड़ रुपये)
– 49 अटल प्रगति पथ के कार्य (189 करोड़ रुपये)
– हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर एवं बीकानेर के आई.एन.जी.पी के कमाण्ड क्षेत्र में ग्रिड सोलर फोटोवॉल्टिक वॉटर पंपिंग सिस्टम (180 करोड़ रुपये)
– जल जीवन मिशन आपणी योजना फेज-1 एवं सरदार शहर के 60 गांवों में कार्य पैकेज-तृतीय (तारानगर-पांडूसर फीडर) (133 करोड़ रुपये)
– चौमूं विधानसभा में गतिशक्ति कार्गो टर्मिनल के तहत बधाल ईटावा से एनएच-52 गोविन्दगढ़ सड़क निर्माण कार्य (95 करोड़ रुपये)
– 101 नग कैपेसिटर बैंक स्थापना कार्य (59 करोड़ रुपये)
– 33/11 के.वी. सब स्टेशन के 19 कार्य (48 करोड़ रुपये)
– 7118 करोड़ रुपये से अधिक के अन्य विकास कार्य
इन कार्यों का हुआ लोकार्पण: –
– मनरेगा के तहत 46 हजार 751 जल स्रोतों की संरचनाओं के कार्य (5028 करोड़ रुपये)
– मनरेगा के तहत 13 हजार 424 पर्यावरण संरक्षण, चारागाह विकास तथा वृक्षारोपण कार्य (840 करोड़ रुपये)
– भीलवाड़ा, सीकर एवं सवाईमाधोपुर में सीवरेज परियोजना एवं परिसम्पतियों का निर्माण कार्य (577 करोड़ रुपये)
– पचपदरा में 400 के.वी. जीएसएस (391 करोड़ रुपये)
– आर.एस.एच.आई.डी.पी. के तहत चूरू-तारानगर-नोहर, एस.एच-36 (301 करोड़ रुपये)
– आर.एस.एच.आई.डी.पी. के तहत सिवाना-समदड़ी-बालेसर, एसएच-66 (245 करोड़ रुपये)
– आर.एस.एच.आई.डी.पी. के तहत बीकानेर-नापासर जसरासर, एसएच-20बी (175 करोड़ रुपये)
– बांसवाड़ा में सीवरेज नेटवर्क, शोधन संयंत्र एवं पंपिंग का निर्माण कार्य (166 करोड़ रुपये)
– शाहपुरा (भीलवाड़ा) ब्लॉक में चम्बल-भीलवाड़ा पेयजल परियोजना-2 के पैकेज पंचम हेतु रेट्रोफिटिंग कार्य (105 करोड़ रुपये)
– बीसलपुर-चाकसू पेयजल परियोजना का कार्य (74 करोड़ रुपये)
– 2 हजार 685 करोड़ रुपये से अधिक के अन्य विकास कार्य