लोक टुडे न्यूज़ नेटवर्क
जयपुर, खिंवसर। हर बार किसी न किसी राजनीतिक पार्टी के साथ गठबंधन करके खींवसर से चुनाव लड़ने वाले हनुमान बेनीवाल इस बार अपने ही जाल में फंसते नजर आ रहे हैं । लोकसभा और विधानसभा चुनाव गठबंधन के साथ लड़े हनुमान बेनीवाल ने इस बार उपचुनाव में किसी भी पार्टी से समझौता नहीं करने की बात कही थी और कांग्रेस से समझौता करने के नाम पर उन्होंने तीन सीटों पर खुद की पार्टी के लिए टिकट की मांग की थी ,इस पर कांग्रेस पार्टी ने भी अपना दम खम दिखाने की ठानी और हनुमान बेनीवाल से किसी भी तरह का समझौता नहीं करते हुए तीनों ही सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिए । तीन में से 2 सीटों पर कांग्रेस पहले से काबिज थी और एक सीट पर खुद हनुमान बेनीवाल चुनाव जीते थे लेकिन वह सांसद बन गए इसलिए इस सीट पर चुनाव हो रहे है। इस बार भारतीय जनता पार्टी ने भी बीजेपी के सभी नेताओं को साधने की कोशिश की जो हमेशा बेनीवाल के लिए वोट काटा साबित होते थे दुर्ग सिंह खींवसर को भी अपने साथ मिल लिया। वहीं कांग्रेस पार्टी के बीच सभी हनुमान बेनीवाल के विरोधी नेता चाहे वह जाट नेता रहे हो, चाहे वह कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहे हो, दिव्या मदेरणा हो, तमाम नेता हनुमान बेनीवाल के खिलाफ है और सभी लोग कांग्रेस के लिए प्रचार प्रचार कर रहे हैं । ऐसी स्थिति में बेनीवाल काफी संघर्ष की स्थिति में आ गए हैं। हनुमान बेनीवाल को चुनाव जीतने के लिए काफी जोर लगाना पड़ रहा है। हालांकि आज भी हनुमान बेनीवाल अन्य प्रत्याशियों से काफी आगे हैं लेकिन मुकाबला त्रिकोण में होने से नतीजा कुछ भी हो सकता है।