लोक टुडे न्यूज नेटवर्क
जयपुर। विशेष संवाददाता) सांगानेर को सांगो बाबो, आमेर की शिला देवी और चांदपोल को हनुमान लायो राजा मान। जयपुर के पुराने लोग इस गीत से अच्छे से वाकिफ है। दरअसल सांगानेर स्थित प्रसिद्द सांगा बाबा मंदिर प्राचीन और एतिहासिक है > जिसकी स्थापना जयपुर के पूर्व महाराजा मानसिंह द्दितीय ने की थी। उस समय राजा मान सिंह ने तीन मंदिरों का निर्माण कराया था जो आज भी जयपुर की जनता में उतने ही पूजनीय है जितने प्राचीन काल में। आमेर में शिला माता का मंदिर , चांदपोल में हनुमान मंदिर और सांगानेर में सांगा बाबा का मंदिर।
508 वां जन्मोत्सव मनाया गया
सांगानेर के सांगाबाबा की पूजा का इतिहास पुराना है। आज जयंती पर श्रद्दालुओं की भारी भीड़ सुबह से ही रही। सुबह सबसे पहले मंदिर के मंहत ने पंचामृत से महाभिषेक किया। इसके बाद आरती की गई। आपको बता दे की सांगा बाबा को भौम्या जी की तौर पर पूजा जाता है। दिन भर लोक कलाकारों ने सांगाबाबा के भजनों की रसधार बहाई।
एक दिन पहले निकली थी विशाल शोभायात्रा
सांगाबाबा जिसे सांगाबाबा ,भौम्या जी महाराज और हनुमान जी की भी पूजा होती है। एक दिन पूर्व विशाल कलश निकाली गई थी। शोभायात्रा को सिविल लाइंस के विधायक गोपाल शर्मा ने रवाना किया था। कलश यात्रा में बड़ी संख्या में स्थानीय महिला – पुरुष शामिल हुए। लोगों में सांगा बाबा के प्रति बड़ी आस्था है। लेकिन सरकारों की अनदेखी के चलते सांगा बाबा के मंदिर तक जाने का रास्ता तक पूरी तरह से अतिक्रमण की भेंट चढ चुका है।
आज तक किसी सरकार ने नहीं दिया ध्यान
सांगा बाबा का मंदिर प्राचीन भी है ऐतिहासिक लेकिन यहां कभी भी किसी भी सरकार का ध्यान इस ओर नहीं गया। अब यहां के विधायक राजस्थान के मुख्यमंत्री भी है। लोगों को उम्मीद है की सीएम अच्छा निर्णय लेकर सांगा बाबा मंदिर के हालात सुधारेंगे। क्योंकि यहां के महंत परिवार का कहना है कि जो देवस्थान विभाग देता है उससे तो मंदिर की आरती हो सकती है अन्य शेष के लिए मूह ही देखना पड़ेगा। स्थानीय लोगों का कहना है की अब तो हमारा विधायक राजस्थान का मुख्यमंत्री है क्या सीएम अपने इलाके मेें स्थित ऐतिहासिक मंदिर का जीर्णोद्दार नहीं कराएंगे। जब प्रदेश भर में मंदिरों , देवी- देवताओँ के स्मारक बना रहे हैं तो फिर सांगानेर इससे अछूता क्यों रहेगा।