सवाई माधोपुर। ( लोकेश टटवाल वरिष्ठ संवाददाता)
सवाई माधोपुर नगर परिषद यों तो हर बार चर्चा में रहती आई है और इसी चर्चा के दौर में एक बार फिर कर्मचारियों द्वारा स्टोर शाखा व केश शाखा के दस्तावेज ,बिल ,वाउचर सभापति सुनील तिलकर के मांगने पर भी उपलब्ध नहीं कराए गए। दरअसल सुनील तिलकर ने पदभार ग्रहण करने के बाद संबंधित कर्मचारियों से दस्तावेज मांगे थे, जो नहीं दिए गए । तिलकर को इसमें भ्रष्टाचार की व हेरा फेरी की आशंका नजर आई ,क्योंकि पूर्व में भी इस तरह की शिकायत आती रही थी ।
जिस पर नगर परिषद सभापति सुनील तिलकर ने मामले में नगर परिषद के स्टोर शाखा प्रभारी व केश शाखा का कार्य देखने वाले नितेश गोड व राकेश चावला कनिष्क सहायक को निदेशक डीएलबी को शिकायत भेज दी । शिकायत के आधार पर निदेशक सुरेश ओला द्वारा दोनों कर्मचारियों को एपीओ कर जयपुर जिला मुख्यालय कर दिया गया है। भ्रष्टाचार के मामले में राजस्थान के भजनलाल सरकार जीरो टॉलरेंस पर काम कर रही है यही कारण है कि सभापति की शिकायत पर डीएलबी के निदेशक सुरेश लाने तुरंत कार्रवाई कर दोनों को एपीओ कर दिया । नगर परिषद का काम शहर को साफ सुथरा और सुनियोजित रखना ही है । लेकिन सवाई माधोपुर की नगर परिषद अपने आप के नाम को कलंकित करती नजर आ रही है । नगर परिषद सवाई माधोपुर के आवासीय पट्टो का मामला हो या अन्य निर्माण कार्यों या अन्य टेंडर का मामला हो, अगर इन सब मामलों की गहनता से जांच की जाए तो शायद ही कोई ऐसा मामला हो जिसमें भ्रष्टाचार की बू नहीं आती हो। यदि ईमानदारी से जांच की जाए तो बहुत सारे कर्मचारी इसकी चपेट में आ जाएंगे । अधिकांश कर्मचारी ,अधिकारी वर्षों से एक की जगह जमे बैेठे है ,जो खुलकर भ्रष्टाचार करते हैं, लोगों को परेशान करते हैं ।