लोक टुडे न्यूज नेटवर्क
जयपुर। विशेष संवाददाता मां दुर्गा की आराधना के शारदीय नवरात्र का शुभारंभ गुरुवार से हुआ. इस मौके पर घरों और मंदिरों में घट स्थापना के साथ ही मां जगदंबा की नव दिवसीय आराधना का सिलसिला शुरू हो गया. इसी कड़ी में बेनाड रोड स्थित विष्णु नगर में शत चंडी अनुष्ठान का शुभारंभ हुआ।
इस मौके पर जगदंबा ज्योतिष शोध संस्थान के संस्थापक एवं ज्योतिष मर्मज्ञ पंडित बाबूलाल शर्मा के नेतृत्व में 11 वैदिक विद्वानों ने दुर्गा सप्तशती के सस्वर पाठ किये. इससे पूर्व सुसज्जित मंडल पर प्रथम पूज्य भगवान गणेश षोडश मातृका कुलदेवी नवग्रह पंच लोकपाल वास्तु 52 भैरव और 64 योगिनी सहित प्रधान मंडल पर महालक्ष्मी महा सरस्वती और महाकाली माता का त्रिगुणात्मक स्वरूप में पूजन किया गया।
इस दौरान वैदिक मंत्रोचार के साथ ही भावपूर्ण स्तुति से मां जगदंबा की मनुहार की गई. आरती के बाद दुर्गा सप्तशती के पाठ प्रारंभ हुए. पंडित शोभित शर्मा के नेतृत्व में विद्वानों सप्तशती के पाठ से माता की आराधना की. पंडित बाबूलाल शर्मा ने बताया कि प्रथम दिन माता की शैलपुत्री स्वरूप की पूजा अर्चना की गई। पूजा आराधना के बाद माता की ज्योत देखकर माता को भोग अर्पित किया गया और विश्व कल्याण की कामना की गई.। उन्होंने बताया कि नवरात्र के दौरान 9 दिन तक दुर्गा सप्तशती और भैरव नामावली के पाठ होंगे. महा अष्टमी पर हवन यज्ञ के साथ अनुष्ठान की पूर्णाहुति होगी।