
जयपुर । राजस्थान हाई कोर्ट के निर्देश पर पृथ्वीराज नगर योजना की समिति पट्टा धारकों को बिजली के कनेक्शन को मिलने लगे हैं। लेकिन लोगों की बिजली की फाइल जमा होने और डिमांड नोट जमा होने के बावजूद भी स्थानीय बिजली कर्मचारी और अधिकारी लोगों को बिजली कनेक्शन देने में असमर्थ है । ऐसा नहीं है कि मानसरोवर के विद्युत कर्मचारी बिजली कनेक्शन देने में आनाकानी कर रहे हैं। लेकिन अधिकारियों का कहना है कि पृथ्वीराज नगर योजना की कई कॉलोनी में खंबे नहीं है ,कई स्थानों पर विद्युत की लाइन में भी नहीं डाली हुई नहीं है, खंबे हैं ,कुछ में रोड लाइट है, लेकिन उन पर थ्री फेस की लाइन नहीं है। ऐसे में जिन लोगों ने कनेक्शन के लिए आवेदन किया है उन लोगों को कनेक्शन देने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अधिकारियों का कहना है कि अभी हमारे पास कनेक्शन देने के लिए (जॉब)वायर और लाइन ही नहीं है। उनका तो यहां तक कहना कि जब मेंटेनेंस के लिए भी सामान नहीं है तो नए कनेक्शन के लिए लाइन कैसे बिछाई जाए! दूसरी और बड़े अधिकारी इस मामले में हैं चुपी सादे हुए है। जबकि मानसरोवर के आसपास का इलाका तो राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का विधानसभा क्षेत्र है और यहां सालों से लोगों को विद्युत कनेक्शन का इंतजार था। राजस्थान हाई कोर्ट के बाद में लोगों को कनेक्शन मिलने की उम्मीद जगी है और लोगों ने हजारों की संख्या में नए विद्युत कनेक्शन के लिए आवेदन कर दिया है। लेकिन जब तक विद्युत विभाग के पास पर्याप्त मात्रा में कनेक्शन देने के लिए वायर, लाइन ,खंबे और स्टाफ नहीं होगा तो आखिरकार इतने लोगों को कैसे विद्युत कनेक्शन दिए जाएंगे ? यह समस्या हैं। सरकार को चाहिए कि विद्युत विभाग की समस्या का समाधान करें और लोगों को राहत दें क्योंकि लंबे समय बाद पृथ्वीराज नगर योजना में विद्युत कनेक्शन देने का रास्ता खुला है। इससे राजस्थान सरकार को बड़ी मात्रा में राजस्व की प्राप्ति भी होगी और लंबे समय से हो रही बिजली चोरी भी रुकेगी।