जयपुर। मेडिकल स्टोर की जांच नहीं करने की एवज में रिश्वत लेते ड्रग इंस्पेक्टर सिंधु कुमारी को जयपुर एसीबी की टीम ने रंगे हाथों पकड़ा। सिंधु कुमारी ने एसीबी अधिकारियों को बताया कि पैसे ऊपर तक देने पड़ते है, पैसा नहीं देने पर बीकानेर तबादला करने का डर है। अब एसीबी के अधिकारियों के सामने रिश्वत के इस खेल में शामिल दूसरे अधिकारियों तक पहुँचना बड़ा चेलैंज है।
तेरा मेडिकल स्टोर अच्छा चलता है , तुझसे 10 हजार लूंगी
एसीबी के अधिकारियों ने बताया कि परिवादी ने बताया कि सिंधू कुमारी प्रति मेडिकल स्टोर से जांच नहीं करने के नाम पर 5000 लेती थी, लेकिन अब वह 10 हजार मागं रही है। जब परिवादी ने बोला कि मैडम रेट तो 5000 का है, तो मैडम बोली तेरी दुकान अच्छी चलती है। तुझसे तो 10 हजार ही लूंगी।
रिश्वत लेने रेस्टोरेंट पहुंची
पीड़ित ने एसीबी को बताया कि पहले ही ड्रग इंस्पेक्टर सिंधु कुमारी को 5000 दे चुका था । लेकिन इंस्पेक्टर उसे अब और पैसे देने के लिए परेशान कर रही थी। परिवादी को सिंधु कुमारी ने जयपुर में बीटू बाईपास पर एक रेस्टोरेंट में बुलाया था। जहां पहले से मौजूद एसीबी की टीम ने सिंधु कुमारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
तीन महीने में 25 लाख की उपर की कमाई
सिंधु कुमारी के अंडर में शहर के 500 मेडिकल स्टोर है। जिनकी दवाइयों से लेकर स्पेस तक की जांच की जिम्मेदारी सिंधु कुमारी की है । प्रत्येक 3 महीने में यह जांच की जाती है । जांच में सामने आया कि प्रत्येक मेडिकल स्टोर जांच नहीं कराने की एवज में 3 महीने में 5000 की रिश्वत देता है। ऐसे में 3 महीने में ही सिंधु कुमारी को 25 लाख रुपए महीने की कमाई होती है। सिंधु कुमारी मूलत बिहार की रहने वाली है और 2013 से जयपुर में ही ड्रग इंस्पेक्टर के तौर पर काम कर रही है। सिंधु कुमारी के बारे में इससे पहले भी कई शिकायतें मिली थी । ऐसे में अब ड्रग इंस्पेक्टर से पूछताछ कर रही है। जिससे अन्य लोगों का भी खुलासा हो सके। लेकिन तीन महीने में 25 लाख उपर की कमाई तो एक नंबर में ही है। इसे ये लोग अपना हक मानते है। इतना तो देना ही पड़ेगा।