राजस्थान सरकार ने लू से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी की

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अब तक लू से 12 की मौत,6 की पुष्टि होना बाकी

जयपुर ।राज्य में वर्तमान में लू-ताप का दौर चल रहा है। राजस्थान में लू की चपेट में आने से लगभग 1दर्जन लोगों की मौत की खबरें आ रही है। जबकि राजस्थान सरकार ने प्रेस नोट जारी अब तक 6 लोगों की मौत की पुष्टि की है। इनमें सर्वाधिक तीन लोगों की मृत्यु बालोतरा, भीलवाड़ा, बीकानेर और जोधपुर में एक -एक जने की मृत्यु लू की चपेट में आने से हुई है । जालौर में 4 अलवर में1, जैसलमेर में एक व्यक्ति की मौत हुई है लेकिन अभी तक मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने इन लोगों की मृत्यु थे पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही तय होगा कि उनकी मृत्यु लू लगने से हुई है या किसी अन्य बीमारी से । प्रदेश में लगातार चल रही हीटवेव के चलते राजस्थान के आपदा प्रबंधन सहायता मंत्री डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा ने अधिकारियों की बैठक ली । मीणा ने आपदा प्रबंधन सहायता एवं नागरिक सुरक्षा ने गम्भीरता से लिया है एवं इस कम में जिला कलक्टर्स एव सम्बंधित विभागों को समय-समय पर IEC Material, हीटयेव एडवायजरी, क्या करें एवं क्या ना करे (Do’s & Don’ts) जारी किए गए तथा हीटवेव से बचाव एवं आवश्यक व्यवस्था हेतु दिशानिर्देश जारी कर इनकी पालना एवं मॉनिटरिंग हेतु निर्देशित किया गया।

हीटवेव के प्रबंधन के लिए आमजन को अत्यधिक गर्मी एवं लू के प्रकोप से बचाने हेतु जारी एडवायजरी का व्यापक प्रचार प्रसार समाचार पत्रों एवं सोशल मीडिया के माध्यम से कराया जा रहा हैं।

इस हेतु जिलों में विभिन्न विभागों की जिला एवं ब्लॉक स्तर तक समन्वय स्थापित कर आवश्यक व्यवस्था की जा रही हैं।

जिले में चिकित्सा विभाग से समन्वय करते हुए हीटवेव के हीट स्ट्रोक के उपचार हेतु आवश्यक उपकरणो एवं दवाईयों, intravenous fluids, ice packs इत्यादि की उपलब्धता सुनिश्चित की गई हैं।

हीटवेव से आमजन के बचाव हेतु विभिन्न चिकित्सा संस्थानों यथा- पीएचसी, सीएचसी, जिला अस्पतालों एवं मेडिकल कॉलेजों से सम्बद्ध अस्पतालों में चिन्हित डेडीकेटेड वार्डों एवं एम्बुलेसों में आवश्यक दवाईयों, उपकरणों, चिकित्सकों एवं नर्सिंग स्टॉफ की उपलब्धता सुनिश्चित की गई हैं।

हीटवेव की early warning dissemination को पीएचसी, सीएचसी, जिला अस्पतालों एवं मेडिकल कॉलेजों से सम्बद्ध अस्पतालों तक पहुँचाई जा रही है।।

किसी स्थान पर mass gathering होने पर संबंधित नजदीकी हेल्थ सेन्टर को अलर्ट रखा गया है।

हीटवेव जनित मृत्यु होने पर इसकी अविलम्ब रिपोर्ट किया जाना सुनिश्चित की गई हैं।

समस्त धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों पर पीने का पानी, छाया इत्यादि की व्यवस्था की गई हैं।

ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग, स्थानीय निकाय विभाग, नगर निगम, नगर पालिका, पंचायत समिति, ग्राम पंचायतों एवं जनसहयोग/भामाशाहों को प्रेरित करते हुए सार्वजनिक एवं पर्यटन स्थलों एवं मुख्य ट्रैफिक सिग्नलों, बस स्टेण्ड इत्यादि पर पीने का पानी, ओ.आर.एस पैकेट, छाया की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई है।

नरेगा श्रमिको हेतु दिन के पीक हीटवेव में काम के समय में परिवर्तन की समुचित पालना करवाए एवं

अन्य श्रमिको तथा मजदूरों के कार्यसमय के संबंध में एडवायजरी जारी की गई हैं।

• Contruction/industries/commercial entities के साथ हीट संबंधी बीमारियों के संबंध में प्रशिक्षण दिया गया है।

सभी उद्योग स्थलों पर छाया-पानी की व्यवस्था की गई है।

स्कूलों के समय में हीटवेव को देखते हुए आवश्यक परिवर्तन की समुचित पालना करवाए एवं आउटडोर गतिविधियों नहीं करना सुनिश्चत किया गया है।

पशुधन हेतु चारे पानी एवं आवश्यक दवाईयां की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।

विद्युत वितरण कम्पनीयों द्वारा critical facilities जैसे हॉस्पिटल इत्यादि में प्राथमिकता के आधार पर पावर सप्लाई करना सुनिश्चित किया गया है।

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