जयपुर। जयपुर ग्रेटर नगर निगम की महापौर शील धाभाई के खिलाफ उन्हीं के पार्टी के कुछ पार्षद लगातार मोर्चा खोलते रहते हैं । आज भी झटवाड़ा जॉन के पार्षदों ने मुख्यालय में धरना प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि महापौर हमारी सुनती नहीं है। हमारे साथ मिसबिहेव करती है और इलाके में काम नहीं हो रहे हैं। चेयरमैन प्रवीण यादव ने आरोप लगाया कि हमारे इलाके में काम नहीं हो रहा है । हमारी एक महिला पार्षद के साथ निगम अधिकारियों ने मिसबिहेव किया। हालांकि महापौर ने धाभाई ने इस तरह के आरोपों से साफ इनकार किया और कहा कि वह सभी का सम्मान करती है। सभी 150 पार्षद उसके लिए समान है। सभी के वार्डों में काम हो रहे हैं । किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं हो रहा है ।लेकिन कुछ पार्षदों को उनसे परेशानी हो सकती है । जिसका उनके पास कोई इलाज भी नहीं है । उन्होंने कहा कि हर काम की प्रक्रिया होती है और सभी काम प्रक्रिया के तहत ही होते हैं । वो खुद अलग-अलग इलाकों में दौरा करती रहती हैं और जहां कोई लापरवाही होती है तो अधिकारियों को निर्देश देती है । सरकार ने जिम्मेदारी दी है उसको भी निभा रही है और जो पार्टी ने आदेश दिए हैं उसका भी निर्वहन करेंगे । अब लोगों को काम नहीं कराने और सिर्फ नेतागिरी ही करनी है विरोध ही करना है तो वो क्या कर सकती है। वहीं कुछ विरोधियों को लगता है कि शील धाभाई हटे तो कम से कम उनका कार्यवाहक मवयर बनने का ही नम्बर आएगा। इसलिए वे भी पर्दे के पीछे इसे बढ़ावा दे रहे है। कुछ पार्षद भी महापौर बनने की दौड़ में है वे भी चाहते है कि महापौर हटे तो उनका नम्बर आए।
शील धाभाई पर सरकार का भरोसा
शील धाभाई पर सरकार को भी भरोसा है। पूर्व में भी महापौर रहने का अनुभव है और उसी पूर्व अनुभव के कारण सरकार ने उन पर विश्वास जताते हुए बार-बार कार्यकाल बढ़ाया है। सरकारी मशीनरी पर उनके कहने से इलाके में काम कर रही है और वह वरिष्ठ होने के नाते सभी को साथ लेकर काम भी कर रही हैं ।उनकी किसी से कोई सीधी लड़ाई भी नहीं है ।भविष्य में कोई राजनीतिक महत्वाकांक्षा भी नहीं बची है। उम्र के इस दौर में ज्यादा से ज्यादा काम करना चाहती है ,जिससे उनकी पहचान जयपुर में एक अच्छे महापौर के तौर पर रहे ।बीजेपी के बड़े नेताओं से संबंध है और पार्षदों से भी। लेकिन कुछ परेशानी हो सकती है जिसके कारण वे उन्हें परेशान करते रहते हैं।