नई दिल्ली। राजस्थान में भाजपा उम्मीदवारों की पहली सूची का इंतजार कर रहे नेताओं को करारा झटका लगा है। दरअसल राजस्थान के चयन करता हू और नेताओं के द्वारा पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को भेजी गई सूची को लेकर कई तरह के सवालिया निशान उठे रहे हैं।
सूत्रों का कहना है कि राजस्थान के कद्वावर नेता डॉक्टर किरोडी लाल मीणा ने पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व को टिकट चयन प्रक्रिया को लेकर अपनी शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने टोडाभीम से पार्टी द्वारा भेजे गए रामनिवास मीणा के नाम को लेकर सवालिया निशान उठाए हैं । उनका कहना है कि जो व्यक्ति ईआरसीपी का नेतृत्व कर रहा है। जो कभी पार्टी का सदस्य नहीं रहा है उसका नाम पार्टी की ओर से भेजे गए पैनल में प्रमुखता से रखा गया है। जाहिर सी बात है कि इस तरह के नाम भेजने से स्थानीय कार्यकर्ताओं का मनोबल टूटता है ।साथ ही इस तरह की प्रक्रिया पर भी सवालिया निशान उठाते हैं। डॉक्टर किरोडी लाल मीणा ने दो राष्ट्रीय स्तर के नेताओं के खिलाफ इसमें गंभीर आरोप लगाए गए हैं। बताया जा रहा है कि रामनिवास मीणा का नाम टोड़ाभीम से भेजने के पीछे भरतपुर संभाग के दो नेताओं के भी नाम सामने आ रहे हैं ,जिन पर पैसे लेकर सिफारिश करने का आरोप है। डॉक्टर मीणा ने कहा कि जिस तरह से सूची में नाम भेजे गए हैं । जो पैनल राजस्थान से भेजा गया है इससे पूरी चयन प्रक्रिया ही संदिग्ध और संदेह के घेरे में नजर आती है। आखिरकार प्रदेश के नेताओं ने सर्वे या दूसरे आधार पर जो नाम भेजे है उनकी सिफारिश बगैर किसी जानकारी के कैसे कर दी गई। इसलिए पार्टी का राष्ट्रीय नेतृत्व इन नामों पर फिर से विचार करें और जिन लोगों ने इस तरह के नाम पैनल में भेजे है उन पर कठोर कार्रवाई करें। माना जा रहा है कि डॉक्टर किरोडी लाल मीणा की इस शिकायत के बाद भाजपा की पहली सूची अटक गई है और यह नवरात्रों के बाद ही जारी होगी। सूत्रों का कहना है कि पीएम मोदी और जेपी नड्डा ने इसे गंभीरता से लिया है और पूरी जानकारी जुटा जा रही है। आखिरकार जिन नेताओं को विद्वानों की चयन प्रक्रिया का जिम्मा सोपा गया है वहीं इस तरह का गैर जिम्मेदाराना रवैया क्यों कर अपना रहे हैं यह सबसे बड़ा सवाल है।