जयपुर राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री सचिन पायलट के जन्मदिन पर उनके समर्थकों ने जयपुर में शक्ति प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदेशभर से हजारों की संख्या में कार्यकर्ता जयपुर पहुंचे और उन्होंने सचिन पायलट को जन्मदिन की बधाइयां और शुभकामनाएं दी। इस दौरान सचिन पायलट के सरकारी आवास स्थितसिविल लाइंस रोड पूरी तरह से जाम हो गया ।हजारों की संख्या में लोग यहां पर सचिन पायलट जी की जय जयकार कर रहे थे और उन्हें मिलकर के फूल गुलदस्ते भेंट कर रहे थे। राजस्थानी लोक कलाकारों ने नृत्य प्रस्तुत किए और अपने नेता को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी ।खास तौर पर पायलट समर्थक विधायक रामनिवास गावड़िया, इन्द्रराज गुर्जर, जीआर खटाना, मुरारी मीणा ,रमेश मीणा , सहित सभी नेता उनके आवास पर पहुंचे और उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी। सचिन पायलट सबसे पहले सवेरे खोले के हनुमान मंदिर पहुंचे वहां पूजा-अर्चना की। यहां पर मंत्रोच्चारण के साथ पंडितों ने विशेष पूजा अर्चना कर उनकी दीर्घायु हो स्वस्थ की कामना की ।इस दौरान उनके साथ सुरेश मिश्रा भी मौजूद रहे । उनके सर्मथकों ने वृक्षारोपण किया और 1000000 पौधे लगाने का लक्ष्य रखा था । सचिन पायलट को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राहुल गांधी, सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी ,राज्य मंत्रिमंडल के सदस्यों और विधायकों ने भी बधाई और शुभकामनाएं दी । विपक्ष में भी सभी नेताओं ने उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दी।
जयपुर में जुटी भीड़ से एक बार फिर सचिन पायलट ने यह संदेश देने का प्रयास किया कि वे 36 कौम के नेता है और सभी के हृदय में बसते हैं । सबसे खास बात है कि जितने भी समाचार पत्रों में सचिन पायलट का बधाई संदेश का विज्ञापन छपा था उसमें पहली बार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की फोटो प्रकाशित की गई । जिससे दोनों नेताओं के बीच में जो खटास है वो दूर हो सके। समर्थकों ने कोशिश की कि उसे दूर किया जाए । सभी बड़े समाचार पत्रों में बड़ा विज्ञापन प्रकाशित हुआ और उन सभी विज्ञापनों में सचिन पायलट के साथ कांग्रेस के बड़े नेता सोनिया गांधी ,प्रियंका गांधी ,राहुल गांधी ,प्रदेश प्रभारी अजय माकन के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के फोटो को भी तरजीह दी गई । सचिन पायलट को जन्मदिन की बधाई देने पहुंचे उनके बड़ी संख्या में समर्थकों ने यह बता दिया है कि सचिन पायलट बली किसी पद पर नहीं हूं लेकिन वह उनके नेता है और वे उनके साथ खड़े हैं पार्टी को भी समझना होगा कि वह सचिन पायलट के समर्थकों की भावनाओं का किस तरह से कद्र करती है।