लोक टुडे न्यूज नेटवर्क
करौली।( नवीन शर्मा) जिले के मिट्टी से बने बांध को पर्यटन स्थल के रूप में घोषित करवाने के लिए पांचना बांध पर्यटन विकास समिति द्वारा विधायक दर्शन सिंह को ज्ञापन सौंपा गया।
मिट्टी से बना देश का एक मात्र है पांचना बांध
समिति के अध्यक्ष नरेन्द्र बैंसला एवं महामंत्री अश्विनी पाराशर ने बताया कि
पूर्वी राजस्थान के डांग क्षेत्र में स्थित अरावली पर्वतमाला एवं ऐतिहासिक मदनमोहन जी मंदिर के साथ साथ धार्मिक स्थल के रूप में प्रसिद्ध करौली जिले में राजस्थान का पांचना बांध एक मात्र मिटटी का बांध है, जहां पांच नदियों का संगम होता है। जिला मुख्यालय से 5 किमी की दूरी पर अच्छादित हरियाली से भरपूर पांचना बांध क्षेत्र में पहाड़ों, मैदान एवं मंदिरों जिनमें अंजनी माता उत्तर भारत का एक मात्र मंदिर है । जहां माता अंजनी को हनुमानजी को बाल रूप में स्तनपान कराते हुए दिखाया गया है। कई ऐसे प्राकृतिक स्थल मौजूद हैं जो देशी, विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने की क्षमता रखते हैं। पांच नदियों के पवित्र संगम स्थल होना ही माँ गंगा के रूप में श्रद्धा भाव रखते है। पांचना बांध में विकास की अपार संभावनाएं हैं ।
पांचना बांध को पर्यटन स्थल घोषित करने से बढ़ेगा रोजगार
पांचना बांध वैश्विक स्तर का पर्यटन स्थल बनाया जा सकता है। पांचना बांध सम्पूर्ण क्षेत्र को पर्यटन स्थल के रूप में घोषित किये जाने से स्थानीय लोगों को विभिन्न माध्यमों (बांध में बोटिंग, अंजनी माता से नसीर के डोंगर की पहाड़ी पर रोप-वे, होटल्स, रिसोर्ट्स, दुकानें, ट्रांसपोर्टेशन्स, साउंड एंड लाइट आदि ) के माध्यम से रोजगार मिलेगा। इससे क्षेत्रीय लोगों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और व्यवसाय के नए-नए आयाम स्थापित होंगे। इसके साथ ही जिले के चार धाम (श्री मदन मोहन जी, श्री कैलामाता, श्री महावीर जी, श्री मेहंदीपुर बालाजी) कैलादेवी अभयारण्य में आने वाले सभी देशी-विदेशी दर्शनार्थीयों श्रद्धालुओं, पर्यटकों को प्राकृतिक रूप से सुन्दर उपर्युक्त सुरक्षित पर्यटन स्थल को घूमने फिरने की सुविधा मिल सकेगी एवं राजस्थानी कला संस्कृति का प्रचार प्रसार होगा । इस दौरान समिति के सदस्य उपस्थित रहें।