
डीग । जिले के खेतवाड़ी थाने के थाना अधिकारी कमरुद्दीन का एक महिला के साथ अश्लील वीडियो वायरल हुआ था । वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस अधीक्षक ने थानेदार को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया। वीडियो वायरल होने के बाद में वीडियो वाली महिला थाने पहुंची और थानेदार कमरुद्दीन और उनके दलाल इरशाद के खिलाफ थाने में सरकारी क्वार्टर में दुष्कर्म करने का मुकदमा दर्ज कराया । पीड़िता ने थाने में दर्ज रिपोर्ट में बताया कि एक केस के सिलसिले में दलाल इरशाद थानाधिकारी से मिलवाने थाना लाया था । थाना अधिकारी ने थाने की बजाय थाने के सरकारी क्वार्टर में उससे बातचीत की। इस दौरान इरशाद ने उसे दर्द की गोली दी ऋक्योंकि उसके गर्दन में दर्द था गोली खाने के कुछ देर बाद ही वह बेहोश हो गई और जब होश आया तब इरशाद और थाना अधिकारी ने उसके साथ दुष्कर्म करने की बात कही ।जिस पर उसने विरोध किया तो थाना अधिकारी और इरशाद ने उसे धमकाया और कहा कि किसी को बताएगी तो उसका वीडियो वायरल कर दिया जाएगा। उसकी जिंदगी खराब हो जाएगी। इस मामले को भूल जा। पीड़िता ने बताया कि इरशाद थाना अधिकारी का खास आदमी है । वह उसके लिए दलाली करता है। इरशाद में से धमकाया कि इस बात का जिक्र किया तो उसका बुरा हाल होगा और उसके साथ कुछ भी हो सकता है ।उसने डर के मारे ये बात किसी को नहीं बताई। अभी हाल ही में वीडियो वायरल होने पर जानकारी सामने आई तब पता चला कि इरशाद के बेटे ने ही वीडियो वायरल किया है और थाना अधिकारी के साथ वीडियो बनाने का काम इरशाद ने हीं किया था ।जैसा कि उसने पहले बताया था महिला ने अब थाना अधिकारी कमरुद्दीन और उनके दलाल इरशाद के खिलाफ थाने परिसर स्थित सरकारी क्वार्टर में ही नशीली गोली खिलाकर दुष्कर्म करने का मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है । पीड़िता का मेडिकल भी कराया जा चुका है अब जल्द ही आरोपी निलंबित थानेदार को गिरफ्तार किया जाएगा और इरशाद को भी गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन थाना परिसर में किसी परिवादी के साथ दुष्कर्म करना उसका वीडियो वायरल करना सरकार के लिए कहीं-कहीं बहुत बड़ी बदनामी का काम है।