जयपुर । राजस्थान विधानसभा में रीट धांधली को लेकर 2 घंटे की बहस के बावजूद भी सदन में गतिरोध बना रहा। बीजेपी विधायकों ने 2 घंटे की बहस के बाद जब संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल के जवाब के बाद वेल में आकर हंगामा शुरू कर दिया । हंगामे के बाद बीजेपी विधायकों ने दिन भर के लिए सदन की कार्यवाही का बहिष्कार कर दिया ।दरअसल शांति धारीवाल ने सीबीआई जांच की मांग ठुकराते निंबाराम के बहाने आरोप लगाए तो बीजेपी विधायकों ने आपत्ति दर्ज कराई। धारीवाल के जवाब के बाद राजेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि संसदीय कार्य मंत्री सदन को गुमराह कर रहे हैं। बाद में नाराज भाजपा विधायकों ने सीबीआई की जांच की मांग करते हुए की।
रीट पर बहस के दौरान धारीवाल ने कहा कि बीजेपी राज में आरएसएस और बीजेपी के अनुषांगिक संगठनों के रिटायर्ड लोगों को डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर लगाया जाता है। प्राइवेट कॉलेज में काम करने वाले पारासर को रीट परीक्षा में जिला कोआर्डिनेटर बनाया गया था। पाराशर जैसे व्यक्ति को हमने डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर लगा दिया जिसकी वजह से हमें नीचा देखना पड़ रहा है। एक व्यक्ति की वजह से पूरे संगठन को बदनाम नहीं कर सकते। क्या क्या काम नहीं किए हैं। राजीव गांधी स्टडी सर्कल ने कई सेमिनार और कई आयोजन किया है ।एक व्यक्ति की वजह से आप पूरे संगठन को बदनाम नहीं कर सकते हैं । आपका आरएसएस भी निंबाराम की वजह से ही बदनाम हो चुका है। दरअसल निंबाराम को लेकर बीवीजी कंपनी के पेमेंट को लेकर वीडियो सामने आया था । आज के पीएम ने सीबीआई के बारे में कहा था कि सीबीआई कांग्रेस ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन बना दिया है। सीबीआई को लेकर सुप्रीम कोर्ट जज ने कहा था वह तो तोता है।
वहीं बीजेपी नेताओं ने कहां की रीट परीक्षा के नाम पर चांदी कूटी गई है उन भ्रष्ट नेताओं का नाम गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज होगा जिन परीक्षा केंद्रों को ब्लैक लिस्ट किया वह सफेद कैसे हुए इन तमाम बातों की जांच होनी चाहिए।