बोले बगैर रिश्वत के नहीं होता कोई काम
समय पर भुगतान नहीं होने से ठेकेदार परेशान
सीमलवाड़ा ,डूंगरपुर। (पी .जैन वरिष्ठ संवाददाता) – पीडब्ल्यूडी उदयपुर के क्वालिटी कंट्रोल एसई अजय चोधरी आज सोमवार को डूंगरपुर के सीमलवाड़ा में पहुंचे। सड़को की क्वालिटी चेक करने आए एसई के सामने ठेकेदारों का गुस्सा फूट पड़ा। ठेकेदार संघ के जिलाध्यक्ष ने एसई को खूब खरी खोटी सुनाई। यहा तक की ठेके की एक फाइल के लिए किस तरह से रिश्वत ली जाती है। इसे लेकर भी अपनी भड़ास निकाली। वही एसई उनकी बात को सुनते रहे।
– सीमलवाड़ा क्षेत्र में पीडब्ल्यूडी की सड़को के निरीक्षण को लेकर क्वालिटी कंट्रोल उदयपुर के एसई अजय चौधरी आज डूंगरपुर पहुंचे। सीमलवाड़ा में सड़को के निरीक्षण को लेकर आने की सूचना मिलते ही ठेकेदार इकट्ठे हो गए। जिलाध्यक्ष दिलीप अग्रवाल के नेतृत्व में सभी ठेकेदार एक्सईएन ऑफिस पहुंचे। जहा क्वालिटी कंट्रोल एसई अजय चौधरी से मुलाकात की।
इस मौके पर ठेकेदार संघ के जिलाध्यक्ष दिलीप अग्रवाल ने एसई को खूब जमकर खरी खोटी सुनाई। अग्रवाल ने कहा की आप केस लड़ाओ, लाठिया बजाओ। हमारी हत्या रोको। हम भी इस देश के नागरिक है। क्या हम करतब ही करते रहे। हमारे कोई अधिकार नहीं है। जिन एग्रीमेंट की बात कर रहे है, जनप्रतिनिधि के कहने पर उन एग्रीमेंट में पेमेंट नहीं है क्या। हमारे बाल बच्चे भूखे मर रहे है। मांगने वाला हमारे घर पर आकर बेज्जती करता है। किश्ते हमारी ड्यू हो रही है। हमारी सिविल गोल हो रही है। फाइनेंस फेल होता है। कोन जिम्मेदार है इसका। बैठ जाते है वहां पर। है कोई रिस्पॉन्सिबल। पेंचो का फोन कर करके घंटो में रिपोर्ट लेते है कितने पेंच निकले। इसका बाप देगा पेमेंट। 6 महीने से पेमेंट नहीं है। मंथली स्टेटमेंट दे।
उन्होंने गुस्सा जताते हुए कहा की सरकार दिवालिया है। उसके पास पैसे नहीं है। गरीब है। तो झोली फैलाए और अखबार में दे। ताकि लोग हमारे घर मांगने नहीं आए। पेमेंट का ठिकाना नहीं है। कोई नियम नहीं है। लगा दीजिए आप एफआईआर। हम कोर्ट में लड़ेंगे। नही करने देंगे…। पहले आप अपना गिरेबान सही कर लीजिए। पेमेंट दीजिए। बिना जमीन के टेंडर करते है। भ्रष्टाचार है। रिश्वत दो बस। मैं चैलेंज करता हूं मुझे बताएं की कोई फाइल बिना रिश्वत के निकली है। मैं साबित करूंगा की कैसे रिश्वत ली जाती है। एक फाइल को कैसे 4 बार लौटाया। एक का लौटाया। एक का पैसा लिया। एक काम ठप। दूसरे का ऑब्जेशन। पैसा खाया है उसमे नियम कहा गए। मंथली पेमेंट कहा है। मेंटेनेंस का पेमेंट कहा है। सालो साल, महीनो महीनो तक पेमेंट नहीं। 5 टेंडर लिए है। एक ठेकेदार ने, एक काम कर लिया। दूसरे 4 नही हुए तो पेनल्टी। पैसा मिलेगा तब तो काम होगा। फिर कहते है नही इन 4 पर तो लगेगा। हम इस देश के नागरिक नही है। हमारा हक नही है कोई धंधा करने का। हम नही करने देंगे जांच। नही करने देंगे। चाहे आप एफआईआर लिखवाइए। चाहे कुछ भी करिए। करीब 2 मिनट के इस वीडियो में ठेकेदार खरी खोटी सुना रहे है और एसई उनकी बात को सुन रहे है। इधर ठेकेदारों ने अपनी मांगो को लेकर क्वालिटी कंट्रोल के एसई को ज्ञापन भी सौंपा।