
जयपुर। जन्माष्टमी के पूर्व एक दर्दनाक घटना ने शहरवासियों को सोचने को मजबूर कर दिया कि आखिरकार मेरे शहर को क्या हो गया है। सवेरे- सवेरे ही जयपुर में एक पुजारी ने खुद को आग लगाकर आत्मदाह का प्रयास किया। इस प्रयास में पुजारी गिर्राज प्रसाद शर्मा बुरी तरह से झुलस गया है। बताया जा रहा है कि पुजारी गिर्राज प्रसाद शर्मा का मंदिर कमेटी के सदस्यों से लंबे समय से विवाद चल रहा था। पुजारी मंदिर में ही रहता है।
मुरलीपुरा स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर की घटना
पुलिस ने बताया कि घटना मुरलीपुरा थाना इलाके में स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर की है, जहां मंदिर के पुजारी गिर्राज शर्मा और मंदिर कमेटी के सदस्यों में विवाद चल रहा था। मंदिर कमेटी के लोग गिर्राज प्रसाद शर्मा को मंदिर से हटाना चाह रहे थे और गिर्राज प्रसाद शर्मा मंदिर छोड़ना नहीं चाहते थे । इसी बात को लेकर मंदिर कमेटी और गिर्राज शर्मा के बीच कई बार कहासुनी भी हुई। पुजारी के परिवार ने आरोप लगाया कि मंदिर कमेटी के लोग लगातार मंदिर के पुजारी और उसके परिजनों पर अनर्गल आरोप लगाकर बदनाम कर रहे थे और मंदिर से बेदखल करने के लिए साजिश रच रहे थे। जिसका मंदिर के पुजारी और उनके परिजनों ने विरोध किया। कमेटी के दबाव के चलते गिर्राज प्रसाद शर्मा ने आज खुद को आग लगाकर आत्मदाह का प्रयास किया। उन्हें झुलसी हुई हालत में जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल के बर्न वार्ड में भर्ती कराया गया है। जहां उनका इलाज चल रहा है ।फिलहाल पुलिस ने दो मंदिर कमेटी के सदस्यों को हिरासत में लिया है। FSL की टीम मौके पर पहुंच गई है और जांच पड़ताल कर रही है। आखिर कर मामला क्या है लेकिन इसकी घटना से कहीं न कहीं जयपुर शहर के लोग सोचने पर मजबूर हो गए कि आखिरकार जयपुर शहर की आबोहवा को किसकी नजर लग गई है।