जयपुर। केंद्र सरकार की मोनेटाइजेशन पाइपलाइन के विरोध में कांग्रेस अलग-अलग राज्यों में जाकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही है।शुक्रवार को कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने पीसीसी कार्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि जो संपत्ति देश की वर्षों में बनी है। उसे बेचने का काम केंद्र सरकार कर रही है। सरकारी संपत्ति को निजी हाथों में देने का अधिकार केंद्र सरकार को नहीं है। शुक्ला ने कहा कि उद्योगपति मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार सरकारी संपत्ति बेचने का काम कर रही है। मोनेटाइजेशन पॉलिसी के तहत इन संपत्तियों को बेचकर 6 लाख करोड रुपए जुटाने का दावा वित्त मंत्री ने किया है। इन पैसों से अपनी सुख-सुविधा पर खर्च करने का काम केंद्र सरकार करेगी। राज्य में बीजेपी की सरकार हो तो हवा महल,आमेर,चित्तौड़गढ़ के किले को भी बेचने का काम करेगी। पूर्व में भी लाल किले को भी बेचने की तैयारी थी। लेकिन विरोध को देखते हुए नहीं बेच सके। उन्होंने कहा कि जीडीपी बढ़ने का दावा केंद्र सरकार कर रही है। जो कि सही मायने में गैस, डीजल पेट्रोल लगातार बढ़ रहे हैं। महंगाई पर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है। शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस केंद्र की इस नीति का विरोध करती है। केंद्र सरकार को तत्काल मोनेटाइजेशन पर रोक लगानी चाहिए और महंगाई पर काबू करना चाहिए। ताकि कोरोना से परेशान जनता को राहत मिल सके। लेकिन सरकार तो सालों से जोड़ी गई सरकार की संपत्तियां बेचकर ऐश करने के जुगाड़ में है। इससे पूर्व जयपुर एयरपोर्ट पर राजीव शुक्ला का कांग्रेस नेताओं ने स्वागत किया। पीसीसी में पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा सहित अन्य नेताओं ने स्वागत किया।
विरोध नहीं किया तो केंद्र सरकार हवामहल, आमेर और, चित्तौडगढ़ का किला भी बेच देगी- शुक्ला
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